रेल पटरियों पर चल रहे झारखंड के 20 श्रमिक बाल बाल बचे
जमात

अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि श्रमिक किसी तरह धार्मिक स्थान तारापीठ पहुंचे थे और उसके बाद शुक्रवार रात पैदल ही झारखंड के लिए रवाना हो गए।

उन्होंने बताया कि रात में करीब 9.30 बजे जब वे एक पुल पर थे, तभी विपरीत दिशा से रेलवे का एक निरीक्षण यान सामने आ गया।

निरीक्षण यान के चालक ने पटरियों पर लोगों को देखकर तत्काल आपातकालीन ब्रेक लगाया। इन लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।

चालक की सूचना मिलने पर जीआरपी की एक टीम वहां पहुंची और उन लोगों को बीरभूम जिले में नलहाटी लेकर आयी।

अधिकारियों के अनुसार उन लोगों को झारखंड भेजने की व्यवस्था की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गयी थी।

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