देश की खबरें | त्रिपुरा में भाजपा-टीएमसी समर्थकों के बीच झड़प में 19 लोग घायल, धारा 144 लागू

अगरतला, 19 नवंबर त्रिपुरा में खोवई जिले के तेलियामुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के समर्थकों के बीच हुई झड़प में कम से कम 19 लोग घायल हो गए, जिसके बाद इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि राज्य में नगर निकाय चुनावों से कुछ दिन पहले हुई इस झड़प में घायल हुए लोगों में दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। घटना के बाद प्रशासन को तेलियामुरा नगर परिषद के वार्ड संख्या 13,14 और 15 में धारा 144 लगानी पड़ी।

बृहस्पतिवार देर रात जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तेलियामुरा उपसंभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मोहम्मद सज्जाद पी ने “आज जारी आदेश में तेलियामुरा नगर परिषद के वार्ड 13,14 और 15 में धारा 144 लगा दी। यह आदेश 24 नवंबर तक लागू रहेगा।”

अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) सुब्रत चक्रवर्ती ने कहा कि कालीतिला इलाके में बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे उस वक्त यह विवाद शुरू हुआ, जब टीएमसी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे और भाजपा कार्यालय के पास पहुंच गए।

उन्होंने बताया कि दोनों दलों के समर्थक आमने-सामने आ गए, जिस कारण झड़प हुई। उन्होंने कहा, “अचानक से, टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा समर्थकों पर हमला कर दिया जिन्होंने जवाब में हमला किया।”

चक्रवर्ती ने कहा कि पुलिस ने दोनों गुटों को शांत करने की कोशिश की लेकिन उसे स्थिति नियंत्रित करने के लिए “मामूली बल” का और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा।

उन्होंने बताया कि दो पुलिसकर्मी समेत 19 लोग झड़प में घायल हुए। घटना के सिलसिले में तेलियामपुरा पुलिस थाने में तीन मामले दर्ज किए गए।

पुलिस ने कहा कि दो मामले टीएमसी कार्यकर्ता अनिर्बान सरकार के पिता ने दर्ज कराए हैं जिसे चोट आने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हत्या का प्रयास, जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाने और गैर कानूनी तरीके से सभा करने के आरोपों में एक अलग मामला दर्ज किया है।

पुलिस ने बताया कि सरकार समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से चार को अदालत के समक्ष पेश किया गया जहां से इन्हें 30 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सरकार को अस्पताल में भर्ती होने की वजह से अदालत में पेश नहीं किया जा सका।

टीएमसी की वरिष्ठ नेता सुष्मिता देव ने आरोप लगाया कि 25 नवंबर को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के शीर्ष अदालत के निर्देशों के बावजूद उनकी पार्टी के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं।

इन आरोपों को खारिज करते हुअ, भाजपा प्रवक्ता नवेंदु भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी पार्टी के सदस्यों ने किसी टीएमसी कार्यकर्ता पर हमला नहीं किया क्योंकि वे राज्य में उनके राजनीतिक प्रतिद्ंवद्वी हैं ही नहीं।

नगर निकाय चुनाव 25 नवंबर को होंगे। राज्य के कुल 20 नगर निकायों में से सात पर सत्तारूढ़ भाजपा ने निर्विरोध जीत हासिल कर ली है।

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