देश की खबरें | उप्र में कोविड-19 संक्रमण से 18 और मौतें
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प्रदेश में लगातार दूसरे दिन 18 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत हुयी है । सोमवार को भी 18 लोगों की मौत इस संक्रमण के कारण हुयी थी ।

प्रमुख सचिव :चिकित्सा एवं स्वास्थ्य: अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 5259 संक्रमित लोगों का इलाज चल रहा है 8904 लोग पूरी तरह से ठीक होकर अस्पतालों से छुटटी पा चुके हैं । ठीक होने की दर 61 प्रतिशत है ।

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प्रसाद ने बताया कि कोविड—19 संक्रमण की वजह से मृतकों की संख्या बढकर 435 हो गयी है । संक्रमण के कुल मामले 14, 598 हैं । 7540 लोगों को पृथकवास में रखा गया है और उनके नमूनों की जांच करायी जा रही है ।

उन्होंने बताया कि सोमवार को प्रदेश में 13, 966 नमूनों की जांच की गयी ।

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प्रसाद ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार इस्तेमाल किया जा रहा है । इसके माध्यम से जिन्हें ‘एलर्ट’ मिल रहे हैं, ऐसे 83,462 लोगों को स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से फोन कर अवगत कराया गया कि आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये हैं, अपना ध्यान रखिये । कुल 166 लोगों ने बताया कि उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण है और विभिन्न कोविड अस्पतालों में उनका उपचार चल रहा है । कुल 341 लोगों ने बताया कि वे पृथकवास में हैं।

उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने गांवों में घर-घर जाकर 16,75,579 प्रवासी श्रमिकों एवं कामकारों का सर्वेक्षण किया है। इनमें से 1463 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण के कुछ लक्षण मिले । इनके नमूने लेकर जांच की जा रही है । अब तक 1017 लोगों के जांच परिणाम सामने आये हैं, जिनमें से 164 लोग संक्रमित पाये गये हैं ।

प्रमुख सचिव ने बताया कि 5778 हॉटस्पाट क्षेत्रों सहित कुल 18, 070 क्षेत्रों में निगरानी का कार्य चल रहा है । कुल 93,42,785 घरों में 4,76,56,168 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।

उन्होंने बताया कि कोविड अस्पतालों की त्रिस्तरीय व्यवस्था एल—1, एल—2 और एल—3 है । कुल 563 चिकित्सालयों में 1,01,236 बेड की व्यवस्था है । इनमें से 139 चिकित्सालयों में मरीजों को रखा गया है।

प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के अनुरूप अन्य बीमारी से पीड़ित मरीजों पर भी ध्यान दिया जा रहा है । ऐसे मरीजों को आकस्मिक और आवश्यक सेवाएं मिलें, इसके लिए शासनादेश जारी किया गया है। मेडिकल इन्फेक्शन से कोरोना ना फैले, इसके लिए सभी निजी चिकित्सालयों को दिशानिर्देश दिया गया है। अस्पतालों में मास्टर ट्रेनर के द्वारा एक एक नोडल अधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया है। फिर उन नोडल अधिकारियों ने अपने स्टाफ को प्रशिक्षित किया ।

उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालयों, संयुक्त चिकित्सालयों और महिला चिकित्सालयों के अलावा मेडिकल कालेजों में ‘नॉन कोविड केयर’ मुहैया कराया जा रहा है । इमरजेंसी और अन्य सुविधाएं लगातार उपलब्ध करायी जा रही हैं । कुल 3324 निजी चिकित्सालयों और नर्सिग होम में ये सुविधा उपलब्ध करायी जा रही हैं ।

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