
नयी दिल्ली, 10 सितंबर : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मवेशियों में लंपी त्वचा रोग के कम से कम 173 मामले सामने आये हैं तथा अधिकतर मामले दक्षिण और पश्चिमी दिल्ली जिलों से हैं. दिल्ली के पर्यावरण और विकास मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को यह जानकारी दी. राय ने बताया कि गोयला डेयरी क्षेत्र में लंपी त्वचा रोग के 45 मामले, रेवला खानपुर क्षेत्र में 40, घुमानहेड़ा में 21 और नजफगढ़ में 16 मामले सामने आए हैं.
राय ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने दो सचल पशु चिकित्सा क्लीनिक तैनात किए हैं और मवेशियों के नमूने एकत्र करने के लिए 11 त्वरित कार्रवाई बल का गठन किया है. राय ने बताया कि लोगों के बीच इसे लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए चार दल बनाए गए हैं. दिल्ली सरकार ने लंपी त्वचा रोग संबंधित प्रश्नों के लिए हेल्पलाइन नंबर 8287848586 के साथ एक विशेष नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है. राय ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के रेवला खानपुर में लंपी त्वचा रोग से पीड़ित मवेशियों के लिए एक पृथकवास केंद्र बनाया जा रहा है. यह भी पढ़ें : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में कई खामियां, बदलाव जरूरी है: उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
गौरतलब है कि लंपी त्वचा रोग एक संक्रामक वायरस है जो मवेशियों के बीच मच्छरों, मक्खियों, जूं और ततैया के सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है. इसके अलावा दूषित भोजन और पानी के सेवन से भी यह फैलता है. इस रोग के कारण मवेशियों को बुखार और शरीर में गांठें पड़ जाती हैं. केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने बृहस्पतिवार को कहा था कि रोग का प्रकोप गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में फैल गया है. उन्होंने कहा कि लंपी त्वचा रोग के कारण अब तक (बृहस्पतिवार) लगभग 57,000 मवेशियों की मौत हो चुकी है.