पुलिस प्रवक्ता जनरल सईद मुंतजिर अल मेहदी ने ईरानी मीडिया में बुधवार को बयान जारी कर यह जानकारी दी. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने बम लगे हजारों खिलौने जब्त किए हैं, जिससे पता चलता है कि कुछ हमले शरारत के चलते किए गए होंगे. स्थानीय मीडिया में आईं खबरों और अधिकार समूहों के अनुसार, सैकड़ों छात्राएं अस्पताल में भर्ती हैं.
ईरानी अधिकारियों ने हाल के सप्ताह में इन घटनाओं को स्वीकार किया था लेकिन इस बारे में जानकारी नहीं दी थी कि इन घटनाओं के पीछे कौन हो सकता है या इसमें किसी तरह के रसायन का इस्तेमाल किया गया. प्राधिकारियों ने बताया कि नवंबर के बाद से ईरान के 30 में से 21 प्रांत में 50 से अधिक विद्यालयों में ऐसे हमले हुए. यह भी पढ़ें : भारत में अमेरिका के राजदूत के रूप में एरिक गार्सेटी के नाम पर लगी सीनेट की मुहर
पिछले साल सितंबर में देश भर में सरकार विरोधी प्रदर्शन होने के बाद ईरान ने स्वतंत्र मीडिया पर पाबंदियां लगा दीं और बड़ी संख्या में पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया. छात्राओं को जहर देने की घटनाओं को कवर कर रहे पत्रकारों, संवाददाताओं पर भी गाज गिरी. जो कुछ हो रहा है उसके बारे में अधिकारी भी बहुत ही कम जानकारी देते हैं.