देहरादून, 16 सितंबर उत्तराखंड पुलिस ने जून 2013 की प्राकृतिक आपदा में लापता व्यक्तियों की ‘खोज’ में बुधवार को 10 टीमें केदारनाथ के लिए रवाना कर दीं।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून—व्यवस्था) अशोक कुमार ने यहां बताया कि ये 10 टीमें अगले चार दिन तक अपना खोज अभियान जारी रखेंगी और अलग-अलग दिशाओं में जाकर उन लोगों का पता लगाने का प्रयास करेंगी जो अभी तक लापता हैं।
उल्लेखनीय है कि यह अभियान उत्तराखंड उच्च न्यायालय के आदेश पर शुरू किया गया है जिसने हाल ही में पुलिस को इस बाबत करवाई करने के निर्देश दिए थे।
बुधवार सुबह सोनप्रयाग में रुद्रप्रयाग जिले के पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने इन 10 टीमों को सामान्य निर्देश देते हुए गंतव्य के लिए रवाना किया। ये सभी टीमें गौरीकुंड से अलग- अलग दिशाओं में बढ़ते हुए खोज अभियान में जुट गईं।
यह भी पढ़े | लुधियाना ने पिछले साल ट्विटर पर रोमांटिक बातचीत में टॉप किया है- अध्ययन.
पुलिस उपनिरीक्षक की अगुवाई में अभियान पर रवाना हुई प्रत्येक टीम में छह सदस्य हैं जिनमें से दो-दो पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के कर्मी तथा एक फार्मासिस्ट है जो कोई भी साक्ष्य मिलने पर मौके पर ही डीएनए नमूना लेगा।
ये टीमें गूगल मैप या जीपीएस की सहायता से अपनी निर्धारित दिशाओं में लापता लोगों की तलाश करेंगी। इन टीमों के लिए रोजमर्रा का जरूरी सामान जैसे स्लीपिंग बैग, टेंट और जानकारी का आदान-प्रदान करने के लिए वायरलैस उपकरण प्रदान किए गए हैं। इस अभियान की वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
पुलिस ने पिछले सात सालों में लापता लोगों की तलाश में ऐसे कई अभियान चलाए हैं जिनमें कुछ लोगों के हाथ—पैर की हड्डियां और कंकाल बरामद हुए थे। पुलिस ने उनकी डीएनए जांच के निष्कर्ष उनके घरवालों तक पहुंचाए थे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)