विदेश की खबरें | माली में हिंसा में 10 सुरक्षाबलों की मौत
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पूर्व विद्रोहियों के संगठन ‘परमानेंट स्ट्रैटजिक फ्रेमवर्क फॉर पीस, सिक्योरिटी एंड डेवलेप्मेंट’ ने गाओ क्षेत्र के बौरेम शहर में हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली है और कहा कि उन्होंने शहर के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया है।

यह घटनाक्रम 2015 के उस समझौते की विफलता को दर्शाता है, जिस पर पूर्व विद्रोहियों ने माली के अधिकारियों के साथ हस्ताक्षर किये थे।

माली के सशस्त्र बलों के प्रवक्ता कर्नल सुलेमान डेम्बेले द्वारा जारी एक बयान के अनुसार सुरक्षा बलों ने बौरेम इलाके में आतंकवादियों के बड़े हमले को नाकाम कर दिया।

उन्होंने कहा कि घटना में 13 सैनिक घायल हुए, जबकि 46 हमलावर मारे गये।

मंगलवार को जारी एक बयान में हमले की जिम्मेदारी लेते हुए पूर्व विद्रोहियों ने यह भी कहा कि उन्होंने बौरेम में "कई स्थानों पर कब्जा कर लिया है।"

बौरम, एक छोट शहर हैं जहां जिहादी समूह सुरक्षा बलों से लड़ रहे हैं।

मंगलवार को यह हमला उस वक्त हुआ जब जिहादियों ने टिम्बकटू शहर के पास नाइजर नदी में एक यात्री नाव और गाओ के बंबा में एक सैन्य ठिकाने को निशाना बनाकर 49 लोगों और सरकार समर्थक 15 सैनिकों की हत्या कर दी थी।

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