जोलिंगन हमले का संदिग्ध पुलिस हिरासत में
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

जर्मन शहर जोलिंगन में चाकू मार कर तीन लोगों की हत्या के मामले में मुख्य संदिग्ध अब पुलिस की हिरासत में है. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें आठ लोग घायल भी हुए थे.जर्मन राज्य नॉर्थ राइन वेस्टफेलिया में गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चाकू हमले का मुख्य संदिग्ध खुद ही पुलिस के पास पहुंच गया. जर्मन अखबार बिल्ड के अनुसार, खून में लथपथ यह व्यक्ति शनिवार को स्थानीय समय के अनुसार रात करीब 11 के आसपास पुलिस के पास पहुंचा और बोला, "मैं वही हूं, जिसे आप ढूंढ रहे हैं..."

बताया जाता है कि घटना को अंजाम देने के बाद से वह एक घर के पीछे छिपा हुआ था. जर्मन पत्रिका श्पीगल ने लिखा है कि संदिग्ध 26 साल का एक सीरियाई व्यक्ति है, जो 2022 में जर्मनी आया था. इस व्यक्ति ने बीलेफेल्ड शहर में शरण के लिए आवेदन किया था. चूंकि वह ऐसे देश से आया था जहां गृह युद्ध चल रहा है, इसलिए उसे जर्मनी में रहने की अनुमति दी गई.

जर्मन शहर जोलिंगन में चाकू से हमला, तीन की मौत

जर्मनी का संघीय सार्वजनिक अभियोजन कार्यालय अब इस मामले की छानबीन कर रहा है. पुलिस ने कहा है कि संदिग्ध ने हमले की जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है और अब उससे पूछताछ की जा रही है.

हथियारों से जुड़े कानून सख्त हों

जोलिंगन में हमले के बाद जर्मन वाइस चांसलर रॉबर्ट हाबैक ने हथियारों को लेकर कड़े कानूनों की पैरवी की है. उन्होंने कहा, "हमें नहीं पता कि जोलिंगन जैसे भयानक अपराधों को हम ज्यादा सख्त कानूनों से रोक पाएंगे या नहीं," लेकिन वह समझते हैं कि हथियारों से जुड़ी पाबंदियों को सख्त बनाना सही भी है और जरूरी भी.

ग्रीन पार्टी से संबंध रखने वाले हाबैक उन कुछ जर्मन राजनेताओं में शामिल हैं जो हथियारों से जुड़े कानूनों को सख्त करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, "ज्यादा हथियार रहित जोन और कड़े हथियार कानून... जर्मनी में किसी को भी काटने और घोंपने वाले हथियार सार्वजनिक रूप से लेकर चलने की जरूरत नहीं है. अब हम लोग मध्य युग में नहीं रह रहे हैं."

जर्मन गृह मंत्री नैंसी फेजर ने भी हथियारों से जुड़े कानून सख्त बनाने पर जोर दिया है जबकि न्याय मंत्री मोर्को बुशमन ने कहा है कि मंत्रियों को नए कानूनों पर चर्चा करनी चाहिए ताकि "इस तरह चाकू से होने वाले अपराधों के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाया जा सके."

उत्सव मातम में बदला

इससे पहले पुलिस ने 15 साल के एक लड़के को इस संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया कि उसे इस हमले की जानकारी थी लेकिन उसने इस बारे में पुलिस को सूचित नहीं किया, हालांकि वह खुद हमलावर नहीं है. दो महिला चश्मदीदों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने हमले से पहले इस लड़के को एक अन्य अज्ञात व्यक्ति के साथ इस तरह के इरादों के बारे में बात करते सुना और यह भी कि इससे खून खराबा होगा.

इसके बाद शुक्रवार रात साढ़े नौ बजे के बाद पुलिस को लोगों ने खबर दी कि जोलिंगन के सेंट्रल स्क्वैयर फ्रोनहोफ पर चल रहे फेस्टिवल में एक व्यक्ति ने चाकू से कई लोगों पर हमला किया है. अधिकारियों ने कहा कि इस हमले में मारे गए लोगों में दो पुरुष और एक महिला शामिल हैं, जिनकी उम्र 56 से 67 के बीच है. आठ लोग घायल भी हुए हैं जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है.

पश्चिमी जर्मनी में स्थित जोलिंगन की आबादी 1.6 लाख है, जहां शहर की 650वीं वर्षगांठ के अवसर पर "फेस्टविल ऑफ डायवर्सिटी" चल रहा था. यह आयोजन शुक्रवार को शुरू हुआ जिसे रविवार तक चलना था. इस दौरान लाइव म्यूजिक, कैब्रे और एक्रोबैट्स से जुड़ी परफॉर्मेंस होनी थीं. यहीं पर एक मंच के सामने यह हमला हुआ.

एके/एडी (एपी, डीपीए, रॉयटर्स)