
FIFA World Cup 2030 Morocco Dog Killings: साल 2030 में होने वाले FIFA वर्ल्ड कप की मेज़बानी स्पेन, पुर्तगाल और मोरक्को मिलकर करेंगे. हालांकि, इस टूर्नामेंट में अभी पांच साल का समय बाकी है, लेकिन मोरक्को में इसकी मेज़बानी को लेकर एक गंभीर विवाद ने जन्म लिया है. यह विवाद जुड़ा है लाखों आवारा कुत्तों की हत्या से, जिसे लेकर अंतरराष्ट्रीय पशु अधिकार संगठनों ने मोरक्को सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
मोरक्को में कुत्तों की हत्याएं: आरोप और सच्चाई
इंटरनेशनल एनिमल वेलफेयर प्रोटेक्शन कोएलिशन (IAWPC) ने मोरक्को सरकार पर आरोप लगाया है कि वहां आवारा कुत्तों को मारने का एक क्रूर अभियान चलाया जा रहा है. IAWPC का कहना है कि मोरक्को में सफाई अभियान के नाम पर इन कुत्तों को खुलेआम जहर दिया जा रहा है, उन्हें गोली मारी जा रही है और फिर उनके शवों को सामूहिक कब्रों में फेंका जा रहा है.
IAWPC की प्रमुख डेबोरा विल्सन ने In Defence of Animals नामक एक वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में कहा कि मोरक्को सरकार की ओर से इस कार्रवाई को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. इसके बजाय, ये हत्याएं तब और बढ़ गईं, जब मोरक्को ने FIFA वर्ल्ड कप 2030 की मेज़बानी का अधिकार हासिल किया.
FIFA का दावों पर भरोसा: सच और झूठ का मामला
FIFA ने मोरक्को सरकार के दावे को स्वीकार किया था कि अगस्त 2024 से वहां कुत्तों की हत्याएं बंद कर दी जाएंगी. FIFA की रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि मोरक्को सरकार ने आवारा कुत्तों के लिए क्लीनिक और सहायता कार्यक्रमों का विस्तार करने के लिए संसाधन आवंटित किए हैं. हालांकि, IAWPC और उनके साझेदारों ने इस दावे को झूठा साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत पेश किए हैं. रिपोर्टों के अनुसार, मोरक्को में कुत्तों की हत्या का सरकारी अभियान अब भी जारी है, और इस पर रोक लगाने के बजाय यह और भी बढ़ गया है.
Morocco plans to kill 3 million dogs ahead of FIFA World Cup#Morocco #FIFAWorldCup pic.twitter.com/G7WTwBD4Ad
— The Tatva (@thetatvaindia) January 16, 2025
सोशल मीडिया पर गुस्सा और FIFA से जवाबदेही की मांग
मोरक्को के इस अभियान को लेकर सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश देखने को मिला है. कई पशु प्रेमियों और एक्टिविस्टों ने मोरक्को में होने वाले FIFA वर्ल्ड कप के बहिष्कार की अपील की है. साथ ही, उन्होंने FIFA से मांग की है कि वह मोरक्को के अधिकारियों को जवाबदेह ठहराए और कुत्तों के खिलाफ चल रहे इस क्रूर अभियान को तत्काल रोका जाए.
यह पहली बार नहीं है जब किसी मेज़बान देश ने इस तरह की कार्रवाई की हो. रूस और ब्राजील जैसे देशों में भी पिछले वर्ल्ड कप्स से पहले इसी तरह की घटनाएं सामने आई थीं. इन देशों में भी आवारा कुत्तों और अन्य पशुओं के खिलाफ कठोर कदम उठाए गए थे, जिसे लेकर दुनियाभर के पशु अधिकार संगठनों ने कड़ी आलोचना की थी.
क्या होगा आगे?
आवारा कुत्तों के खिलाफ इस तरह के अत्याचारों का विरोध दुनियाभर में हो रहा है, और यह सवाल उठ रहा है कि क्या FIFA और मोरक्को सरकार इस मुद्दे पर गंभीर कदम उठाएंगे. पशु अधिकार संगठनों का कहना है कि मोरक्को में कुत्तों की हत्या के खिलाफ वैश्विक स्तर पर आवाज़ उठाई जाए, ताकि इस दर्दनाक सिलसिले को रोका जा सके.
FIFA वर्ल्ड कप 2030 से पहले मोरक्को को यह सुनिश्चित करना होगा कि आवारा कुत्तों के खिलाफ जारी इस क्रूर अभियान को रोका जाए और इसके स्थान पर मानवता और पशु अधिकारों का सम्मान किया जाए. अन्यथा, टूर्नामेंट की सफलता पर सवाल उठ सकते हैं.