चीन पर 125% टैरिफ का डंडा चलाकर ट्रंप ने भारत सहित 75 देशों को क्यों दी राहत? अलग-थलग पड़ा ड्रैगन
Donald Trump, Xi Jinping | X

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लिया. चीन से आने वाले सामानों पर टैरिफ को बढ़ाकर 125 फीसदी कर दिया, जबकि बाकी देशों पर लगाए गए ऊंचे टैरिफ को 90 दिनों के लिए रोक दिया. यह फैसला तब आया जब महज 13 घंटे पहले ही अमेरिका ने 56 देशों और यूरोपीय संघ पर भारी शुल्क लागू किया था.

अब ट्रंप ने चीन को पूरी तरह दुनिया में अलग-थलग करने की योजना को लागू करना शुरू कर दिया है. इसी के तहत बुधवार को वॉशिंगटन ने सभी चीनी वस्तुओं के आयात पर 125 प्रतिशत का टैरिफ लगाने की घोषणा की. ट्रंप ने कहा, चीन को 125 प्रतिशत टैरिफ का दंड भुगतना पड़ेगा, जबकि वॉशिंगटन ने बाकी 75 दिनों पर 90 दिनों की रोक लगा दी है, जिनके खिलाफ 2 अप्रैल को पारस्परिक टैरिफ लगाया गया था.

ट्रंप ने क्यों लिया यू-टर्न?

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप पर कारोबारियों और निवेशकों का जबरदस्त दबाव था कि वे टैरिफ नीति पर पुनर्विचार करें. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, "लोग थोड़े डर गए थे. किसी और राष्ट्रपति ने ऐसा नहीं किया होता. लेकिन मुझे यह करना पड़ा." ट्रंप का कहना था कि यह कदम स्थायी नहीं था और व्यापारिक माहौल को नुकसान पहुंचा रहा था, इसलिए उन्होंने कई देशों के लिए टैरिफ बढ़ोतरी पर फिलहाल रोक लगाने का फैसला किया.

चीन पर क्यों गिरी गाज?

ट्रंप ने चीन पर टैरिफ को 104% से बढ़ाकर 125% कर दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि चीन ने विश्व बाजारों के प्रति “सम्मान की कमी” दिखाई है, इसलिए यह कदम जरूरी था. ट्रंप ने लिखा, "चीन को समझना होगा कि अब अमेरिका और बाकी देशों को लूटना अब स्वीकार्य नहीं है." ट्रंप का मानना है कि बाकी देशों ने बातचीत की पेशकश की, लेकिन चीन ने टकराव का रास्ता अपनाया.

कैसे बढ़ा चीन-अमेरिका ट्रेड वॉर?

ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से यह पांचवी बार है जब उन्होंने चीन पर टैरिफ बढ़ाए हैं: पहले दो बार 10% टैरिफ बढ़ाया गया, चीन ने हल्का जवाब दिया. तीसरी बार 34% टैरिफ जोड़ा गया, चीन ने बराबर जवाब दिया. फिर 50% और जोड़ा गया, कुल 104% हुआ. अब 125% तक पहुंचा दिया गया. हर बार जब अमेरिका ने टैरिफ बढ़ाए, चीन ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर टैक्स बढ़ाया. बुधवार को ही चीन ने अमेरिकी आयात पर 84 प्रतिशत टैरिफ का ऐलान किया था.

चीन की नागरिकों को चेतावनी

ट्रेड वॉर के बीच चीन ने अपने नागरिकों को अमेरिका यात्रा को लेकर सावधानी बरतने की चेतावनी दी है. चीन के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका में सुरक्षा चिंताओं और व्यापार तनाव को देखते हुए लोग यात्रा से पहले "जोखिम का मूल्यांकन करें."

इन सबके बीच अमेरिका और चीन के बीच टकराव और गहराता जा रहा है. ट्रंप का आक्रामक रुख चीन के प्रति कड़ा संदेश है, लेकिन बाकी देशों के साथ वे बातचीत के रास्ते खुले रखना चाहते हैं. वैश्विक बाजारों पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है और आर्थिक अस्थिरता बढ़ सकती है.