लंदन: भारत से अरबों रुपये लेकर फरार हुए उद्यो्गपति विजय माल्या की आज वेस्टमिंस्टर कोर्ट में प्रत्यर्पण के मामले की सुनवाई के लिए पेशी हुई. इस दौरान भारतीय अधिकारियों ने जज को मुंबई के आर्थर रोड जेल में माल्या को रखने के लिए तैयार सेल का विडियो दिखाएंगे. मामले की अगली सुनवाई 18 सितंबर को होगी.
जज ने कहा उन्होंने यह विडियो तीन बार देखा है. इसके अलावा भारत की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि प्रत्यर्पण के बाद माल्या की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है. वही माल्या के वकीलों ने एक बार फिर माल्या को निर्दोष बताते हुए कहा कि किंगफिशर का डूबना एक कारोबारी असफलता है, इसको धोखाधड़ी से नहीं जोड़ा जाना चाहिए.
Obviously, that is why a settlement offer has been made. The hearing is on 18th September: Vijay Mallya, outside Westminster Magistrates Court in London, when asked if he has convinced the Court the he has the means to pay what he said he will. pic.twitter.com/zoIgV6zIIV
— ANI (@ANI) September 12, 2018
ज्ञात हो कि इसी साल जुलाई में वेस्टमिन्स्टर मजिस्ट्रेट की अदालत की न्यायाधीश एमा अर्बुथनाट ने कहा था कि विजय माल्या के ‘‘संदेहों को दूर करने के लिए’’ भारतीय अधिकारी आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 का ‘सिलसिलेवार वीडियो’ जमा करें.
वहीं कोर्ट रूम परिसर में विजय माल्या से जब पूछा गया कि क्या कोर्ट को इस बात का यकीन हो गया है कि उनके पास इतने संसाधन हैं कि वह अपने वादे के मुताबिक भुगतान कर सकेंगे. तो माल्या ने जवाब में कहा, "ज़ाहिर है इसीलिए सेटलमेंट की पेशकश की गई है.''
किंगफिशर एयरलाइन के 62 वर्षीय प्रमुख पिछले साल अप्रैल में जारी प्रत्यर्पण वारंट के बाद से जमानत पर है. उसपर भारत में करीब 9000 करोड़ रूपये के धोखाधड़ी और धनशोधन के आरोप हैं. भारत सरकार की तरफ से क्राउन प्रासिक्यूसन सर्विस (सीपीएस) इस केस की जिरह कर रहा है.