इस्लामाबाद, 21 अक्टूबर: पीएमएल-एन प्रमुख और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चार साल के आत्म-निर्वासन के बाद शनिवार को पाकिस्तान लौट आए. गृहनगर लाहौर में उन्होंने पार्टी की एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा.
नवाज शरीफ ने कहा, "मैं आज कई सालों के बाद आपसे मिल रहा हूं, लेकिन आपके साथ मेरा प्यार का रिश्ता वही है. इस रिश्ते में कोई अंतर नहीं है.. .मुझे जेल में डाल दिया गया, मेरे और बेटी मरियम खिलाफ फर्जी मामले दर्ज किए गए...''
उनकी वापसी अगले आम चुनाव से कुछ महीने पहले हुई, जो 2024 की शुरुआत में होने की उम्मीद है. जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, लंदन से घर जाते समय दुबई में पत्रकारों को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि वह पाकिस्तान लौट रहे हैं. उनकी पार्टी देश को संकट से बाहर निकालने में 'काफी सक्षम' है.
#WATCH | Lahore: Former PM and Pakistan Muslim League-Nawaz (PML-N) supremo Nawaz Sharif says, "I am meeting you today after many years, but my relationship of love with you is the same. There is no difference in this relationship... I was put in jail, fake cases were registered… pic.twitter.com/Hjm67ddIXF
— ANI (@ANI) October 21, 2023
उन्होंने कहा, "सर्वशक्तिमान अल्लाह की कृपा से दोषमुक्त होने के बाद मैं पाकिस्तान लौट रहा हूं." पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि सत्ता में आने पर उनकी पार्टी जनता की समस्याओं का समाधान करने की स्थिति में है.
वह दोपहर में इस्लामाबाद पहुंचे, जहां उन्होंने कानूनी और बायोमीट्रिक औपचारिकताएं पूरी की. उनका चार्टर्ड विमान उनकी पार्टी और मीडिया संगठनों के 150 से अधिक लोगों के साथ राजधानी शहर में उतरा.
Nawaz Sharif”s first words cheered by whole crowd.. pic.twitter.com/UFf3zHi6lR
— Nausheen Yusuf (@nausheenyusuf) October 21, 2023
इसके बाद नवाज शरीफ लाहौर के लिए रवाना हो गए और शाम 5 बजे के बाद पहुंचे. हवाई अड्डे पर उनके छोटे भाई और पूर्व पीएम शहबाज शरीफ और पार्टी के अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया.
वहां से वह हेलीकॉप्टर से अपने स्वागत के लिए पीएमएल-एन की भव्य रैली स्थल मीनार-ए-पाकिस्तान के लिए रवाना हुए. शहबाज शरीफ और पूर्व संघीय मंत्री इशाक डार उनके साथ थे.
हेलीकॉप्टर लाहौर किले के पास दीवान-ए-खास में बनाए गए एक विशेष हेलीपैड पर उतरा, जहां से नवाज शरीफ को वाहनों के कारवां में मीनार-ए-पाकिस्तान ले जाया गया.