जर्मनी में संदिग्ध आप्रवासियों की वैन पलटी, सात लोगों की मौत

संदिग्ध शरणार्थियों को अवैध तरीके से जर्मनी लेकर आ रही वैन पलटने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई है और 16 लोग घायल हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

संदिग्ध शरणार्थियों को अवैध तरीके से जर्मनी लेकर आ रही वैन पलटने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई है और 16 लोग घायल हैं. पुलिस जांच से बचने की कोशिश के दौरान हुआ हादसा.ऑस्ट्रिया के नंबर प्लेट वाली इस वैन में 9 लोगों की सीट थी, लेकिन 23 लोग सवार थे. पुलिस से बचने की कोशिश में यह वैन पलट गई. वैन में सवार सभी यात्रियों को थोड़ी-बहुत चोट जरूर पहुंची है. इनमें बच्चे भी हैं और ज्यादातर ने तो सीटबेल्ट भी नहीं बांध रखी थी.

मरने वालों में एक छह साल का बच्चा भी है. पुलिस का कहना है कि ड्राइवर ऑस्ट्रिया से आया, लेकिन उसके पास वहां की नागरिकता नहीं थी. वैन के यात्री तुर्की और सीरिया के हैं. घायलों को पास के अस्पताल में ले जाया गया है.

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कई बार पलटी वैन

हादसा जर्मनी के बवेरिया प्रांत में शुक्रवार को हुआ. जर्मनी के मोटरवे ए94 पर ऑस्ट्रियाई सीमा के पास, वाल्डक्राइबुर्ग जंक्शन के नजदीक गाड़ी पलटी. जर्मनी की संघीय पुलिस के गश्ती दल का ध्यान एक वैन की ओर गया. उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की.

वैन के ड्राइवर ने पुलिस चेकिंग से बचने के लिए अचानक गाड़ी की रफ्तार तेज कर दी. नियंत्रण खोने की वजह से वैन पलट गई. कई बार पलटी मारने के बाद वैन रुकी. आपातकालीन सेवा और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और म्युनिख की तरफ जाने वाली सड़क को पूरी तरह बंद करना पड़ा.

अभियोजन कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में नरहत्या की आशंका देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है. बवेरिया के गृह मंत्री योआखिम हरमान ने इस घटना के बाद एक बार फिर यूरोपीय पड़ोसियों के साथ लगती जर्मनी की दक्षिणी सीमा पर कड़े नियंत्रण लागू करने की मांग दोहराई है. हरमान ने कहा है, "मेरा ध्यान इस सड़क हादसे के पीड़ितों और प्रभावित परिवारों पर है. हादसे में घायल तस्कर का अमानवीय व्यवहार स्तब्ध करने वाला है, जिसने पुलिस से खुद को बचाने के लिए यह सब किया."

आप्रवासियों की समस्या

जर्मनी में आप्रवासियों को लेकर बहस पहले से ही तेज है और लगातार तीखी होती जा रही है. बवेरिया खुद को उस बिंदु पर देख रहा है, जहां और आप्रवासियों को स्वीकार करने की स्थिति नहीं है. राज्य सरकार इस स्थिति के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करती है. राज्य सरकार की मांग है कि आप्रवासियों के लिए बेहतर प्रबंधन और नियंत्रण लागू हो.

इसी साल सितंबर के आखिर में जर्मनी की गृह मंत्री नैंसी फेजर ने देश में "मानव तस्करी के ज्ञात रास्तों" पर पुलिस चेकिंग बढ़ाने की घोषणा की.

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आप्रवासन और शरणार्थियों के मामले में नीति पर कार्रवाई की मांग कई महीनों से राज्य और म्युनिसिपैलटियों की तरफ से आ रही है. लगातार बढ़ती संख्या के कारण उन्हें रखने की जगह नहीं बची है. शरण मांगने वालों की संख्या पूरे यूरोप में ही काफी ज्यादा हो गई है. यूरोपीय संघ की शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले समान अवधि में यह संख्या लगभग 74 फीसदी बढ़ गई है.

एनआर/एसएम (डीपीए)

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