अमेरिका ने पीएम मोदी को लेकर जो बात कही है उसे जानकर सभी भारतीयों को गर्व महसूस होगा, विरोधियों को आ सकता है गुस्सा
अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सबसे अहम बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जून 2017 में व्हाइट हाउस की यात्रा थी जहां रिश्तों को लेकर काफी प्रगति हुई. मैं कहूंगा कि विदेश सचिव गोखले की यात्रा इस बात का सकारात्मक संकेत है कि संबंध फल-फूल रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस आम चुनाव में जो भी सरकार बनती है, हम उसके साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं.’’
वाशिंगटन: भारत और अमेरिका के बीच संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समृद्ध हुए हैं. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी ने यह बात कही. उन्होंने उम्मीद जताई कि लोकसभा चुनावों के बाद यह संबंध और बेहतर होंगे. वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी कहा कि गत वर्ष नयी दिल्ली में पहली बार हुई भारत-अमेरिका ‘टू प्लस टू’ वार्ता से संबंध बेहतर हुए हैं. मोदी सरकार के पांच साल और भारत के विदेश सचिव विजय गोखले की हालिया यात्रा संबंधी एक सवाल के जवाब में अधिकारी ने कहा, ‘‘जब से मोदी ने सत्ता संभाली है तब से अमेरिका-भारत संबंध वास्तव में समृद्ध हुए हैं.’’
अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सबसे अहम बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जून 2017 में व्हाइट हाउस की यात्रा थी जहां रिश्तों को लेकर काफी प्रगति हुई. मैं कहूंगा कि विदेश सचिव गोखले की यात्रा इस बात का सकारात्मक संकेत है कि संबंध फल-फूल रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस आम चुनाव में जो भी सरकार बनती है, हम उसके साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं.’’
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अमेरिका उम्मीद करता है कि संबंध और बेहतर होंगे और देश हिंद-प्रशांत में सहयोग के रास्तों की तलाश कर रहा है. गोखले की अमेरिका की हालिया यात्रा को मील का पत्थर बताते हुए अधिकारी ने कहा कि शीर्ष भारतीय राजनयिक की यात्रा अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के साथ बैठक से शुरू हुई और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन के साथ बैठक से समाप्त हुई. गत सप्ताह अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान गोखले ने विदेश विभाग से महत्वपूर्ण विचार विमर्श और सामरिक सुरक्षा को लेकर बातचीत की थी. इस दौरान व्यापक द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की गई.