कीव, 24 मार्च : यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद के दुष्प्रचार का विरोध करने वाले केंद्र ने रूसी बलों द्वारा संभावित रासायनिक हमलों की तैयारी की चेतावनी दी है. इसमें कहा गया, "रूसी चैनल अपने दर्शकों को प्रतिदिन पौराणिक प्रयोगशालाओं के बारे में बता रहे हैं जो कथित तौर पर यूक्रेन में रासायनिक हथियार बनाते हैं."
यूक्रेइंस्का प्रावदा की रिपोर्ट के मुताबिक, परिषद ने कहा, "इस तरह दुश्मन 'नागरिक आबादी के खिलाफ राष्ट्रवादियों'द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के संबंध में रूसी संघ की आबादी को 'ग्रूम' करते हैं. हम इस बात पर जोर देते हैं कि यूक्रेन में ऐसी कोई प्रयोगशाला नहीं है." इससे पहले, रूसी सशस्त्र बलों के विशेषज्ञों ने यूक्रेन में जैविक हथियारों के विकास में अमेरिकी रक्षा विभाग की भागीदारी के नए सबूतों का खुलासा किया है. यह रूसी रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक प्रतिनिधि इगोर कोनाशेनकोव द्वारा एक ब्रीफिंग में कहा गया था. यह भी पढ़ें : Russia Ukraine War: कीव में हुई गोलाबारी में रूसी पत्रकार की मौत
आरटी की रिपोर्ट के अनुसार, विकिरण, रासायनिक और जैविक सुरक्षा के रूसी सैनिकों के विशेषज्ञों ने दस्तावेजों के अध्ययन के दौरान, यूक्रेन में जैविक हथियारों के पुर्जो के विकास में अमेरिकी रक्षा विभाग की प्रत्यक्ष भागीदारी को साबित करने वाले नए तथ्यों का खुलासा किया है. कोनाशेनकोव के अनुसार, निकट भविष्य में रक्षा मंत्रालय मूल दस्तावेज प्रकाशित करेगा जो दर्शाता है कि पेंटागन ने यू-पीआई-2 जैविक परियोजना को विकसित और अनुमोदित किया है. एक रूसी रक्षा अधिकारी ने कहा, "इस काम में एंथ्रेक्स के नए उपभेदों को प्राप्त करने के लिए पुराने मवेशियों के कब्रिस्तान में रोगजनक का नमूना लेना शामिल था."