कंगाल पाकिस्तान में टमाटर को लेकर मचा त्राहिमाम, इमरान के मंत्री ने भारत को बताया दोषी
पाक मंत्री हमाद अजहर ( फोटो क्रेडिट- IANS and wikimedia )

नई दिल्ली:- खस्ताहाल अर्थव्यवस्था से परेशान पाकिस्तान (Pakistan) की इमरान (Imran Khan) सरकार की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं. पाकिस्तान के कंगाली का आलम ऐसा है कि उसे कोई कर्ज देने को तैयार नहीं हो रहा है. आलम ऐसा है कि पाकिस्तान में टमाटर के दाम आसामन छू रहे हैं और वहां की जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम चिल्ला रही है. लेकिन पाकिस्तान की जनता को सहूलियत देने के बजाय उन्हें बढ़ती महंगाई के पीछे भारत का हाथ नजर आता है. दरअसल पाक के आर्थिक मामलों के मंत्री हमाद अजहर (Pakistani minister Hammad Azhar) ने देश में खाने की चीजों के पीछे बढ़ती महंगाई का कारण भारत को बताया. हमाद अजहर ने माना कि मौसमी कारणों और मध्यस्थों की भूमिका के कारण महंगाई बढ़ी है और भारत के साथ व्यापार पर रोक के कारण सब्जियों के दाम में लगातार इजाफा हो रहा है. पाकिस्तानी जनता को टमाटर खरीदने के लिए 300 रूपये प्रति किलो के हिसाब से पैसे देने पड़ रहे हैं.

बता दें कि हमाद अजहर ने केंद्र जनता को राहत सुनिश्चित करने के लिए प्रांतीय सरकारों के साथ 'सस्ता बाजार' स्थापित करने व मजिस्ट्रेटी प्रणाली के प्रभावी इस्तेमाल पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि महंगाई जनवरी-फरवरी से कम होने लगेगी. अखबार 'जंग' की रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार यह दिन आया है जब कराची में टमाटर तीन सौ रुपये किलो तक पहुंच गया है. टमाटर की थोक कीमत ही 200 रुपये किलो से अधिक है. रिपोर्ट में बताया गया है कि टमाटर की इस कीमत की वजह देश में इसके पैदावार में कमी और पड़ोसी ईरान व अफगानिस्तान से इसकी कम आवक है. यह भी पढ़ें:- पाकिस्तान: पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के लिए बड़ा झटका, मुकदमे से जुड़ा ब्योरा देने से इमरान सरकार का इनकार.

यही नहीं सीजन की सामान्य सब्जी गोभी भी यहां डेढ़ सौ रुपये किलो तक बिक रही है. अदरक का हाल यह है कि अगर इसे कोई एक किलो खरीदना चाहे तो उसे जेब से पूरे 500 रुपये निकालने होंगे. प्याज 200 रुपये किलो मिल रहा है जबकि एक किलो चीनी अभी 90 रुपये में मिल रही है. गौरतलब हो कि आर्थिक मामलों के मंत्री हमाद अजहर का बयान उस वक्त आया जब वे मंगलवार शाम को यह टिप्पणी की जब प्रधानमंत्री इमरान खान की आर्थिक मामलों की टीम के वरिष्ठ सदस्य ताजा आर्थिक हालात के बारे में मीडिया को संबोधित कर रहे थे.