जर्मनी के बवेरिया में सीवर सिस्टम में एक कंपनी के लिए सफाई कर रहे तीन कर्मचारियों की मौत हो गयी. तीनों के शव बरामद हुए और प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं.जर्मनी के बवेरिया में सीवर सिस्टम में काम कर रहे तीन कर्मचारियों की एक हादसे में मौत हो गई है. मंगलवार को हुई इस दुर्घटना में तीनों कर्मचारी एक कंपनी के लिए सफाई का काम कर रहे थे. पुलिस के मुताबिक, उनमें से एक वेयार्न शहर में पानी से भरे सीवर शाफ्ट में काम कर रहा था. इस दौरान उसका अपने दो सहयोगियों से संपर्क टूट गया. जिसके बाद वे दोनों सहकर्मी उसकी मदद के लिए शाफ्ट पर गए. जिसके बाद उनसे भी संपर्क टूट गया.
दुर्घटना के कारणों की जांच
कई फायर ब्रिगेड दलों समेत बचाव सेवाएं, पुलिस और एक हेलीकॉप्टर के जरिए ढूंढने की कोशिश की गयी. लेकिन वो नहीं मिले. इसके बाद सीवर के पानी के स्तर को कम किया गया. बाद में गोताखोरों ने तीनों लापता लोगों का शव निकाला.
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सीवर में पानी का स्तर कम करने के बाद ही 20, 27 और 28 वर्ष की उम्र के तीन लोगों के शव मिले. मिस्बैक पुलिस और म्यूनिख लोक अभियोजक कार्यालय ने मंगलवार को दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू की. पुलिस प्रवक्ता तत्काल यह नहीं बता सके कि वे लोग मेनहोल में क्यों काम कर रहे थे. पुलिस ने कहा कि कर्मचारियों के रिश्तेदार को बचाव प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई थी और उनकी देखभाल भी की जा रही है.
अलग-अलग कानून, नियम और मानक
जर्मनी जैसे विकसित देश में इस तरह की घटना हैरान करती है. मशीनों से घिरे इस देश में कर्मचारियों की मौत आश्चर्यजनक है. जर्मनी में जल निकासी प्रणालियों यानी ड्रेनेज सिस्टम से संबंधित अलग-अलग कानून, नियम और मानक हैं. 2009 का जल संसाधन अधिनियम जर्मनी में वेस्ट वाटर प्रबंधन को नियंत्रित करता है. वेस्ट वाटर निपटाने की जिम्मेदारी नगर पालिकाओं या स्थानीय अधिकारियों की होती है. वे इसे निजी सेवा कंपनियों को सौंप सकते हैं. सीवर निर्माण, सफाई और निगरानी नगर पालिकाओं की जिम्मेदारी होती है. वे इसके निरीक्षण के लिए अक्सर खास और प्रामाणिक सेवा देने वालों को भी नियुक्त करते हैं.
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जर्मनी में, आमतौर पर सीवर की स्थिति पर नजर रखने के लिए के लिए ऑप्टिकल निरीक्षण का उपयोग किया जाता है. इसमें दो तकनीकें शामिल हैं. एक है "फास्टपिक्चर मेथड", जो एक टेलिस्कोपिक रॉड से जुड़े कैमरे और लाइट सिस्टम के साथ एक इलेक्ट्रॉनिक सीवर इमेज का इस्तेमाल करती है. दूसरा है, "एसकेआई मेथड", जो सीवर की स्थिति की ऑप्टिकल रिकॉर्डिंग के लिए सैटेलाइट कैमरे के साथ हाई प्रेशर फ्लशिंग को जोड़ती है.
सीवर निरीक्षण के लिए ये नई तकनीकें जल निकासी प्रणालियों के उचित कामकाज को सुनिश्चित करने, गैस बनने को सीमित करने और सीवर नेटवर्क में नुकसान और रुकावटों का पता लगाने में मदद करती हैं. इसके अलावा भी कई तरह की मशीनें, उपकरण और सुरक्षा के उपाय इस्तेमाल किये जाते हैं. आमतौर पर कर्मचारियों को खतरनाक जगहों पर जाने की जरूरत नहीं होती या फिर उसके लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किये जाते हैं. इतने पर भी हादसे को रोकना संभव नहीं हो सका.
पीवाई/एनआर (डीपीए)