कैप्टागन के नशा कारोबार से मदहोश सीरिया
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

मध्य पूर्व (पश्चिम एशिया) के देशों के लिए नशीली दवा कैप्टागन बड़ी चिंता का विषय बन गया है. यह क्या है और आती कहां से है?कैप्टागन को गरीबों की कोकीन के तौर पर जाना जाता है. मध्य पूर्व और उत्तर अफ्रीका में युवाओं के बीच यह सबसे पसंदीदा नशा बनकर उभरा है. अधिकांश देशों में 1986 में कैप्टागन को अवैध घोषित कर बाजारों से हटा लिया गया था. हालांकि कैप्टागन का एक गैरकानूनी संस्करण पूर्वी यूरोप और मध्य पूर्व में 2000 के शुरुआती दिनों में प्रकट हुआ.

कैप्टागन क्या है?

कैप्टागन एक सिंथेटिक दवा है जो मूल रूप से जर्मनी में बनी थी जिसका इस्तेमाल ध्यान की कमी जैसे मनोविकारों के उपचार के लिए तय किया गया था. मध्य पूर्व के किशोरों, युवाओं में कैप्टागन का इस्तेमाल पार्टी ड्रग के रूप में प्रचलित है.रिपोर्टे बताती हैं कि सीरियाई संघर्ष में लड़ाके, ताकत बढ़ाने और थकान को कम करने के लिए इस दवा का आमतौर पर इस्तेमाल करते हैं.

गोली में फेनेथाइलीन, सिंथेटिक एम्फेटामीन, कैफीन और दूसरे स्टिमुलेन्ट्स पाए जाते हैं. फेनेथाइलीन दो अणुओं में शरीर में खप जाता हैः एम्फीटामीन और थियोफाइलीन, ये दोनों स्टिमुलेन्ट हैं.

कैप्टागन की लत कैसी है?

तंत्रिका तंत्र पर इसके प्रभाव एम्फेटामीन जैसे हैं. साइकोस्टिमुलेन्ट के तौर पर, कैप्टागन उन्माद और मस्ती का भाव पैदा कर सकती है, जागृति बढ़ा सकती है और शारीरिक और मानसिक प्रदर्शन में इजाफा कर सकती है. इसके अत्यधिक इस्तेमाल से, संज्ञानात्मक क्षमता के बाधित होने और दिल से जुड़ी कमजोरियां पैदा होने का खतरा है. सेहत और स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के अलावा इसकी लत भी पड़ सकती है.

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एक प्रमुख मुद्दा ये है कि गैरकानूनी प्रयोगशालाओं में बनने वाली कुछ दवाओं में फेनेथाइलीन की उच्च मात्राएं पाई जाती हैं. आज के कैप्टागन का स्वरूप बहुत विविधतापूर्ण हो सकता है. उसके बारे में जानकारी का अभाव होने से उनमें विषैले रसायन होने का खतरा भी बढ़ जाता है

कैप्टागन बनती कहां है?

पिछले दशक के दौरान, सीरिया कैप्टागन का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश बना है. जानकार उसे मध्य पूर्व का नार्को राज्य कहने लगे हैं. ब्रिटिश सरकार के एक बयान के मुताबिक दुनिया की 80 फीसदी कैप्टागन सीरिया में पैदा होती है.2011 में अरब वसंत आंदोलन के बाद सीरिया में कैप्टागन की लोकप्रियता बुलंदी छूने लगी. बीबीसी जैसे प्रमुख मीडिया संस्थानों की जांच रिपोर्टों ने पाया कि कैसे सीरिया का ड्रग उद्योग कैप्टागन के उत्पादन की तमाम अवस्थाओं और उसकी तस्करी को मदद मुहैया कराता है.

सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद इस बात से इंकार करते हैं कि उनकी सरकार इस दवा से मुनाफा कमा रही है. हालांकि कैप्टागन सीरियाई सरकार की आर्थिक जीवनरेखा बन चुकी है. 2011 में युद्ध छिड़ने के बाद तीखे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध सीरिया पर लगाए जा चुके हैं. 2021 में ही सीरिया में कैप्टागन का कारोबार 5.7 अरब डॉलर (5.35 अरब यूरो) होने का अनुमान था.

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ये नशीली दवा प्रमुख तौर पर खाड़ी देशों, पड़ोसी इराक और जॉर्डन को निर्यात की जाती है. उसे अक्सर अनाज और फल जैसे सामान में छिपाकर भेजा जाता है. असद हुकूमत के करीबी, लेबनान का हिजबुल्ला संगठन भी इस दवा का एक बड़ा निर्माता माना जाता है.

कैप्टागन का निर्यात कहां होता है?

जॉर्डन, सउदी अरब, और संयुक्त अरब अमीरात जैसे मध्यपूर्व के देशों में कैप्टागन चिंता का एक प्रमुख मुद्दा बन गई है. आसपास के सभी देशों में सख्त नशा विरोधी कानून अमल में हैं, उसके कारोबार पर पकड़े जाने पर कड़ी सजाओं का प्रावधान है. हालांकि सीरिया और लेबनान से फिर भी बड़ी मात्रा में कैप्टागन की तस्करी की जाती है.

अवैध कारोबार को खत्म करने की लडाई में जॉर्डन गंभीरता से आगे आया है. देश के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने जुलाई में ऐलान किया कि पिछले दो साल के दौरान कैप्टागन की छह करोड़ पचास लाख गोलियां जब्त की गई थीं.

जॉर्डन की सेना ने सीरिया से जुडी सीमा पर ड्रग तस्कों को कथित रूप से सीधे गोली मारकर खत्म करने की नीति लागू कर दी है. अगस्त 2022 में सउदी अधिकारियों ने रियाद बंदरगाह से गुजरने वाले आटे की खेप में छिपाकर लाई गई कैप्टागन की 4 करोड़ 60 लाख गोलियां जब्त की थी.

क्या कैप्टागन और भी कहीं पहुंची है?

कैप्टागन के इस्तेमाल पर भरोसेमंद आंकड़ों का अभाव है और अधिकारी इस बारे में अंधेरे में हैं कि दुनिया भर में ये नशा कितना फैल चुका है. यूरोपीय देशों में भी कैप्टागन के पांव पसारने को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं. नशा और नशे की लत के यूरोपीय निगरानी केंद्र (ईएमसीडीडीए) की एक नई रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्य पूर्व की ओर जाने वाली कैप्टागन के लिए यूरोप एक प्रमुख ट्रांसशिपमेंट इलाका बन सकता है. रिपोर्ट में बताया गया कि 2018 से 2023 के बीच यूरोपीय संघ के सदस्य देश, नशीली दवा की करीब 12 करोड़ 70 लाख गोलियां (1,773 किलोग्राम) जब्त कर चुके हैं.

कैप्टागन कथित रूप से यूरोपीय संघ में भी बनाई जा रही है. खासकर नीदरलैंड्स की अवैध लैबों में. ये दवा आमतौर पर एम्फेटामीन के पाउडर से बनती है. ईएमसीडीडीए की रिपोर्ट में यूरोपीय संघ के दायरे में कैप्टागन के उत्पादन से निपटने के लिए एक समन्वित प्रयास की जरूरत पर बल दिया गया है. मध्य पूर्व से आने वाली कैप्टागन के लिए ट्रांसशिपमेंट जोन के रूप में यूरोपीय संघ के इस्तेमाल पर अंकुश लगाने की बात भी की गई है.

इस रिपोर्ट को लिखते वक्त, यूरोपीय संघ के देशों और मध्य पूर्व में नशीली दवा कैप्टागन के अनुमानित इस्तेमाल का कोई डाटा उपलब्ध नहीं था.