Spain: खुफिया कैमरे से बनाया दर्जनों महिलाओं का आपत्तिजनक वीडियो, पोर्न वेबसाइटों पर डाला, जज ने कहा- सार्वजनिक स्थान पर हुई यह घटना अपराध नहीं

स्पेन (Spain) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, स्पेन में एक जज ने हाल ही में उस मामले को खारिज कर दिया जिसमें कई लड़कियों और महिलाओं को गुप्त रूप से सार्वजानिक स्थान पर पेशाब करते हुए फिल्माया गया था और अश्लील वेबसाइटों (Porn Websites) पर उन वीडियो को अपलोड किया गया था.

स्पेन की कोर्ट का अजीबोगरीब फैसला (Photo Credits: Pixabay)

लूगो: स्पेन (Spain) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, स्पेन में एक जज ने हाल ही में उस मामले को खारिज कर दिया जिसमें कई लड़कियों और महिलाओं को गुप्त रूप से सार्वजानिक स्थान पर पेशाब करते हुए फिल्माया गया था और अश्लील वेबसाइटों (Porn Websites) पर उन वीडियो को अपलोड किया गया था. बाथरूम में कपड़े बदल रही युवती का बना डाला अश्लील वीडियो, सैक्स रैकेट में फंसाने की धमकी देकर महिला से वसूले 20000 रुपये

विवेरो शहर (Viveiro Town) की एक स्थानीय अदालत के जज पाब्लो मुनोज़ वाज़क्वेज़ (Judge Pablo Muñoz Vázquez) के इस फैसले से स्पेन में महिलाओं के अधिकारों पर प्रचंड बहस छिड़ गई है. आरोप है कि सभी पीड़ितों का वीडियो 2019 में उत्तर-पश्चिमी शहर सेर्वो (Cervo) में हुए Maruxaina Festival के दौरान रिकॉर्ड किया गया था.

खुफिया कैमरे (Hidden Camera) से लगभग 80 लड़कियों और महिलाओं का वीडियो रिकॉर्ड किया गया था, जब वे सुविधाओं की कमी के कारण सड़क किनारे पेशाब कर रही थीं. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अज्ञात अपराधियों ने कई मामलों में महिलाओं के जननांगों और चेहरों के क्लोज-अप को पोर्न साइटों पर अपलोड किए है. जब पीड़ित महिलाओं को इन वीडियो के बारे में पता चला तो उनमें से कई ने पिछले साल कानूनी कार्रवाई की.

उन्होंने इस आधार पर घटना की जांच की मांग की कि उनके निजता के अधिकार (Right To Privacy) का उल्लंघन किया गया है. हालांकि, जज ने सुनवाई के दौरान कहा कि क्योंकि वीडियो एक सार्वजनिक स्थान पर रिकॉर्ड किए गए थे, इसलिए इसे आपराधिक नहीं माना जा सकता है. उन्होंने इसके साथ ही केस को खारिज कर दिया. जज का मानना है कि वीडियो के जरिए प्रभावित महिलाओं के शारीरिक या नैतिक प्रतिरोध का उल्लंघन करने का कोई इरादा नहीं था.

कोर्ट के इस अजीबोगरीब फैसले के विरोध में लूगो (Lugo) में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया जहां हजारों महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए मार्च किया. स्पेन के एक मंत्री ने भी कोर्ट के आदेश पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि किसी महिला की सहमति के बिना उसकी तस्वीरें लेना और उन्हें फैलाना यौन हिंसा (Sexual Violence) है. इस बीच, मामले को खारिज करने के आदेश के खिलाफ अपील भी दायर की गयी है.

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