सऊदी अरब ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि वह अपने भिखारियों को धार्मिक यात्रा के नाम पर देश में आने से रोके. पाकिस्तानी भिखारी उमराह वीजा के जरिए सऊदी अरब पहुंच रहे हैं, जिससे देश की छवि खराब हो रही है. पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मंगलवार को बताया कि सऊदी अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया तो इसका नकारात्मक असर पाकिस्तान के उमराह और हज यात्रियों पर पड़ सकता है.
सऊदी मंत्रालय की चेतावनी
रिपोर्ट के अनुसार, "सऊदी हज मंत्रालय ने पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय को एक चेतावनी जारी की है. इसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी भिखारियों को उमराह वीजा के तहत सऊदी अरब में प्रवेश करने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं."
इस चेतावनी के बाद, पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने "उमराह एक्ट" लाने की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य उमराह यात्रा को संचालित करने वाली एजेंसियों पर कानूनी नियंत्रण रखना है. इसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वीजा प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो और भिखारी धार्मिक यात्रा के बहाने सऊदी अरब में प्रवेश न कर सकें.
उमराह एक्ट और सख्त कदम
पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने यह भी सुझाव दिया है कि सरकार उन तरीकों पर काम करे जिससे भिखारियों को धार्मिक यात्रा के बहाने सऊदी अरब जाने से रोका जा सके. इस एक्ट के तहत यात्रा एजेंसियों को नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा, ताकि वे यात्रियों के दस्तावेजों की सही तरीके से जांच करें और किसी भी अवैध गतिविधि की संभावना को खत्म करें.
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— NDTV (@ndtv) September 25, 2024
हज बिना परमिट पर रोक
मई में, सऊदी सरकार ने एक फतवा जारी कर बिना परमिट के हज यात्रा पर रोक लगाई थी. इसके उल्लंघन पर 10,000 रियाल (लगभग 2.22 लाख रुपये) का जुर्माना और अपराधियों को निर्वासित करने की सजा का प्रावधान किया गया.
पिछले साल की घटनाएं
सितंबर 2023 में, सऊदी अरब के लिए रवाना होने वाली एक फ्लाइट से 16 भिखारियों को उतार कर गिरफ्तार किया गया था. ये लोग धार्मिक यात्रा के बहाने सऊदी अरब जाकर भीख मांगने की योजना बना रहे थे.
पिछले साल की एक रिपोर्ट के अनुसार, विदेशों में गिरफ्तार किए गए भिखारियों में से 90 प्रतिशत का संबंध पाकिस्तान से था. यह आंकड़ा पाकिस्तान के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि अगर उसने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया तो उसके हज और उमराह यात्रियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
सऊदी अरब द्वारा दी गई चेतावनी के बाद पाकिस्तान के धार्मिक मामलों का मंत्रालय सक्रिय हो गया है और उन्होंने सख्त कदम उठाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. उमराह एक्ट के लागू होने से उमराह यात्रा की प्रक्रिया में सुधार आने की उम्मीद है, जिससे भिखारियों के प्रवेश पर रोक लगेगी और पाकिस्तान के यात्रियों की सऊदी अरब में प्रतिष्ठा बरकरार रहेगी.