100,000 टन तेल के साथ बाल्टिक सागर में भटक कर बहने लगा रूस का शैडो फ्लोट टैंकर, जर्मनी में अलर्ट जारी
जर्मनी के तट पर 99,000 टन तेल से लदा रूस का एक तेल टैंकर बहते हुए पाया गया. यह जहाज रूस के "शैडो फ्लोट" का हिस्सा था, जिसे पश्चिमी प्रतिबंधों से बचने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था.
रूस का एक तेल टैंकर, जो भारी मात्रा में तेल से लदा हुआ था, जर्मनी के उत्तर तट पर बाल्टिक सागर में बहता हुआ पाया गया. जर्मन समाचार एजेंसी DW के अनुसार, बर्लिन ने शुक्रवार को पुष्टि की कि यह जहाज रूस के तथाकथित "शैडो फ्लोट" का हिस्सा था. जर्मनी के केंद्रीय समुद्री आपातकालीन कमांड (CCME) ने बताया कि जहाज ने शाम को पावर और स्टीयरिंग खो दी थी.
कोस्टगार्ड द्वारा जहाज पर नज़र रखने के बाद, तीन टगबोट्स को जहाज को सुरक्षित करने के लिए भेजा गया. इसके अलावा, एक टोइंग विशेषज्ञों की टीम हेलीकॉप्टर द्वारा जहाज पर उतरी. CCME के एक प्रवक्ता ने DPA समाचार एजेंसी को बताया, "आपातकालीन टोइंग विशेषज्ञ यह सुनिश्चित करेंगे कि 274 मीटर लंबे टैंकर का लोड टगबोट्स के बीच सुरक्षित और समान रूप से वितरित हो."
इस बीच, जर्मन अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र में 2.5 मीटर तक की ऊंची लहरें और तेज हवाएं देखी गईं. उन्होंने दावा किया कि अगले 24 घंटों तक मौसम की स्थिति में कोई सुधार नहीं होने की संभावना है.
तेल का रिसाव नहीं हुआ जर्मन कमांड ने स्पष्ट किया कि इस घटना के बाद जहाज से कोई तेल रिसाव की रिपोर्ट नहीं आई. यह ध्यान देने योग्य है कि रूस अक्सर पश्चिमी देशों द्वारा 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद लगाए गए प्रतिबंधों से बचने के लिए गैर-बीमा वाले जहाजों का इस्तेमाल करता है, ताकि वह अपने तेल को बेच सके.
CCME ने कहा कि पनामा-ध्वजित "Eventin" टैंकर 99,000 टन तेल लेकर जा रहा था, जब यह शुक्रवार शाम को बहता हुआ पाया गया. जहाज रूस के उस्त-लुगा पोर्ट से मिस्र के पोर्ट सईद पोर्ट के लिए जा रहा था.
जर्मन अधिकारियों ने बताया कि जहाज को "कम गति से तटीय पानी में बहते हुए" देखा गया, जिसके बाद अलार्म बजाए गए. CCME ने शुरू में कहा था कि आपातकालीन टगबोट "Bremen Fighter" Eventin को किसी बंदरगाह तक खींचेगा, लेकिन बाद में एक प्रवक्ता ने DPA से कहा कि फिलहाल टैंकर को कहीं नहीं ले जाया जाएगा.
रूस की शैडो फ्लोट की आलोचना जर्मन विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक ने रूस के "शैडो फ्लोट" में इस्तेमाल किए जा रहे जर्जर टैंकरों की आलोचना की. उन्होंने कहा, "जंग खाए हुए टैंकरों का इस्तेमाल कर, पुतिन न केवल प्रतिबंधों को दरकिनार कर रहे हैं, बल्कि वह इस बात को भी स्वीकार कर रहे हैं कि अगर दुर्घटना होती है तो बाल्टिक सागर पर पर्यटन ठप हो जाएगा."
गौरतलब है कि यूरोपीय संघ अब तक 70 से अधिक रूसी जहाजों पर प्रतिबंध लगा चुका है, जबकि शुक्रवार को अमेरिका और ब्रिटेन ने लगभग 180 जहाजों पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की. सभी जहाजों को शैडो फ्लोट का हिस्सा माना जा रहा है.
यह घटना रूस के वैश्विक व्यापार को प्रभावित करने के लिए उठाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को और मजबूत करती है, जिससे तेल की निर्यात व्यवस्था को चुनौती मिल रही है.