Russia-Ukraine War: यूक्रेन के खिलाफ रूस ने छेड़ा युद्ध, पुतिन ने मिलिट्री ऑपरेशन का किया ऐलान, अमेरिका बोला- NATO के साथ मिलकर देंगे कड़ा जवाब
रूसी सेना (Photo Credit : Twitter)

रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच उभरा विवाद अब भयंकर युद्ध में तब्दील होने की पूरी संभावना है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा की है. साथ ही यूक्रेन के सैनिकों से हथियार डालने के लिए कहा है. पुतिन के इस ऐलान के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव में एक विस्फोट होने की भी खबर है. उधर, अमेरिका (US) ने भी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर रूस को जवाब देने की चेतावनी दी है. Russia-Ukraine Conflict: क्या यह तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत है? जानें रूस और यूक्रेन में वर्तमान में क्या हो रहा है

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा “यूक्रेन में (विशेष मिलिट्री ऑपरेशन की) हमारी योजनाओं में यूक्रेन के क्षेत्र पर कब्जा करना शामिल नहीं है. जो कोई भी हमारे साथ हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है या हमारे लोगों के लिए खतरा पैदा करने की कोशिश करता है, उसे पता होना चाहिए कि रूस की प्रतिक्रिया तत्काल होगी और आपको ऐसे परिणामों की ओर ले जाएगी जैसा आपने अपने इतिहास में पहले कभी अनुभव नहीं किया है.”

इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने संकट के बीच रूस के नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैंने रूसी संघ के राष्ट्रपति के साथ फोन कॉल पर बात करने की शुरुआत की, लेकिन इसका परिणाम मौन रहा. यह कदम एक बड़े युद्ध की शुरुआत बन सकता है.

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा “मैं आज शाम व्हाइट हाउस से स्थिति की निगरानी करूंगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से नियमित अपडेट प्राप्त करूंगा. कल, मैं सुबह अपने जी7 समकक्षों से मिलूंगा. हम अपने नाटो (NATO) सहयोगियों के साथ समन्वय करेंगे.”

रूस को चेतावनी देते हुए बाइडन ने कहा “इस हमले से होने वाली मौतों और तबाही के लिए रूस अकेला जिम्मेदार है. अमेरिका और उसके सहयोगी एकजुट और निर्णायक तरीके से जवाब देंगे. दुनिया इसके लिए रूस को जवाबदेह ठहराएगी.”

उधर भारत ने एक बार फिर बातचीत से इस मसले को सुलझाने की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा "हम तत्काल डी-एस्केलेशन का आह्वान करते हैं, स्थिति एक बड़े संकट में तब्दील होने के कगार पर है. अगर इसे सावधानी से नहीं संभाला जाता तो यह सुरक्षा को कमजोर कर सकता है. सभी पक्षों की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाना चाहिए.

दो दिन पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी क्षेत्रों डोनेत्सक (Donetsk) और लुगंस्क (Luhansk) की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी और वहां अपनी सेना भेज दी. जबकि यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने बुधवार को पूरे देश में आपातकाल की स्थिति की घोषणा कर दी.