भारत ही नही बल्कि ईरान भी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से है परेशान, इमरान सरकार को अंजाम भुगतने की दी चेतावनी
ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी और पीएम मोदी, इमरान खान (File Photo)

नई दिल्ली: अगर आपको लगता है कि भारत ही दुनिया में एकमात्र ऐसा देश है जो पाकिस्तान के पाले हुए आतंकियों का शिकार बनता है तो आप गलत है. दरअसल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का भारत के अलावा ईरान भी पीड़ित है. यहीं वजह है कि ईरान और पाकिस्तान के रिश्तें में तल्खियां बनी रहती है. कई बार तो ईरान ने पाकिस्तान को अंजाम भुगतने तक की चेतावनी दी है लेकिन बेशर्म पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है.

समाचार एजेंसी सिपाह के मुताबिक ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स पर पिछले हफ्ते फिदायीन हमला करने वाला हमलावर पाकिस्तानी नागरिक था. इस हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड के 27 सैनिकों की मौत हो गई थी. ईरान ने पहले ही पाकिस्तानी आर्मी पर इस आत्मघाती हमले के गुनहगारों का सहयोग करने का आरोप लगाया था. यह हमला पुलवामा हमले के ठीक एक दिन पहले हुआ था. जिसमें केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे.

पाकिस्तानी राजदूत को किया तलब-

ईरान ने आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तानी राजदूत को तलब किया था. ईरान के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘‘ईरान उम्मीद करता है पाकिस्तान की सरकार और सेना इस बात को गंभीरता से लेगी कि ईरान से लगी उसकी सीमा पर आतंकवादी समूह सक्रिय है.’’

पाकिस्तान को दी धमकी-

रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर मेजर जनरल मोहम्मद अली जाफरी ने जिहादी समूह जैश-अल-अद्ल की ओर इशारा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान सरकार जानती है कि ये जिहादी और इस्लाम के लिये खतरा बने लोग कहां है और इन्हें पाकिस्तान के सुरक्षा बलों का समर्थन हासिल है."

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उन्होंने चेतावनी दी, "अगर पाकिस्तान सरकार ने उन्हें दंडित नहीं किया तो हम इन जिहादी समूहों को मुंहतोड़ जवाब देंगे और पाकिस्तान को उनका समर्थन करने का अंजाम भुगतना होगा."

फ्रांस भी भारत के साथ-

बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में पाकिस्तान की मिलीभगत की पोल खोलकर उसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की भारत की रणनीति काम कर रही है. अगले कुछ दिनों में फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में आतंकी मसूद अजहर (Masood Azhar) पर प्रतिबंध लगवाने के लिए एक प्रस्ताव लाएगा.

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संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के प्रमुख अजहर ने हाल में पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. जांच में हमलावर की पहचान आदिल अहमद के रूप में हुई जो कि पुलवामा के काकापुरा इलाके का निवासी था और 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था.