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इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों से परेशान होकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में लोगों ने इमरान सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. एक बार फिर पीओके की सडकों पर लोगों ने आजादी के नारे लगाए. मुजफ्फराबाद में हुए इस विरोध प्रदर्शन से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है. पिछले कुछ समय से पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा बढता नजर आ रहा है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने मुजफ्फराबाद में हुए विरोध प्रदर्शन का वीडियो शेयर किया है, जिसमें कॉलेज स्टूडेंट का एक ग्रुप पाकिस्तान से आजादी का नारा लगाते दिख रहा है. इस दौरान कुछ छात्रों के हाथों में सरकार और सेना विरोधी बैनर-पोस्टर भी नजर आ रहे है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक पाकिस्तान सरकार वहां के लोगों का शोषण करती है. उनके बुनियादी अधिकारों को छिनती है. उनका इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा पीओके के बड़े हिस्से को पाकिस्तान की सरकार ने चीन को गिरवी के तौर पर दे दिया है. जिससे चीन अपने मत मुताबिक सभी नियमों को धता बताकर निर्माण कार्य कर रहा है. बता दें की पीओके के कुछ हिस्से प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है.
#WATCH Protests break out against Pakistan in Muzaffarabad(Pakistan Occupied Kashmir), 'Azadi' slogans raised. pic.twitter.com/nfJqT0kRyj
— ANI (@ANI) October 5, 2018
यहां से ही चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) भी गुजर रहा है. जिसको लेकर भारत ने भी ऐतराज जताया है. चीन ने कहा था कि 50 अरब डॉलर की इस परियोजना का मकसद महज आर्थिक सहयोग है और इसे भारत को लक्ष्य करके नहीं तैयार किया गया है.
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ज्ञात हो की आए दिन पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत में शामिल करने के लिए आवाज उठाई जा रही है. यहां पर आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों की गतिविधिया चरम पर है. इसके अलावा पाकिस्तानी आर्मी भी पीओके में बहुत जुल्म ढहाती है.
अभी हाल ही में जेनेवा में बलूची संगठनों ने यूएनएचसीआर के सामने पाकिस्तान के जुल्मों सितम के बारे में बताया था. बलूच कार्यकर्ता कादिरा बलोच के मुताबिक पाकिस्तान की सेना लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है. पहले बलूचिस्तान पाकिस्तान का हिस्सा नहीं था. 1948 में पाकिस्तान फौज ने जबरदस्ती वहां कब्जा कर लिया था.