पाकिस्तान: 15 अप्रैल के बाद लॉकडाउन को नहीं मानने का दुकानदारों का ऐलान
पाकिस्तान में कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण समाज में तनाव की स्थितियां बनने लगी हैं। कोरोना से बचाव की जरूरत के साथ रोजी-रोटी का सवाल अब और स्पष्टता से उठ रहा है. देश की वाणिज्यिक राजधानी कहे जाने वाले शहर कराची के दुकानदारों ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वे 15 अप्रैल के बाद अपनी दुकानों को खोलकर रहेंगे.
कराची: पाकिस्तान में कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण समाज में तनाव की स्थितियां बनने लगी हैं. कोरोना से बचाव की जरूरत के साथ रोजी-रोटी का सवाल अब और स्पष्टता से उठ रहा है। देश की वाणिज्यिक राजधानी कहे जाने वाले शहर कराची के दुकानदारों ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वे 15 अप्रैल के बाद अपनी दुकानों को खोलकर रहेंगे. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने निजी अस्पतालों के मालिकों व वरिष्ठ चिकित्सकों से बात की जिसमें उन्हें कोरोना महामारी के और गंभीर होते जाने का हवाला देते हुए लॉकडाउन को बढ़ाने की सलाह दी गई.
चिकित्सकों ने कहा कि लॉकडाउन नहीं बढ़ाने की स्थिति में प्रांत और देश को गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस सुझाव पर विचार करेंगे. चिकित्सा विशेषज्ञों द्वार पूरे देश में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने के आग्रह के बीच, सिंध की राजधानी और पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची के दुकानदारों ने सरकार से दो टूक शब्दों में कह दिया कि वे हर हाल में 15 अप्रैल से अपनी दुकानें खोलने जा रहे हैं. यह भी पढ़े: कोरोना वायरस के चलते कंगाल हुआ पाकिस्तान, पुलिसकर्मियों पर लगा लॉकडाउन के दौरान राशन और फल-सब्जी लूटने का आरोप
सिंध में 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन लागू है. प्रांत में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए किए गए इस लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया गया जिसकी प्रशंसा हुई है और जिसकी वजह से प्रांत में कोरोना मामलों पर कुछ लगाम भी लगी है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कराची के व्यापारी संगठन आल सिटी ताजिर इत्तेहाद के पदाधिकारियों ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर यह ऐलान किया.
उन्होंने कहा कि सरकार अब 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन की अवधि न बढ़ाए। अगर सरकार ने ऐसा किया तो इसके खिलाफ व्यापारी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे. उन्होंने कहा कि दुकानदार और इसके कामगार अब कोरोबार को और अधिक बंद नहीं रख सकते। पहले से ही जीवन यापन मुश्किल हो गया है और कारोबार को और बंद किया गया तो हालात स्थिति से बाहर हो जाएंगे.