बर्बाद हो रहे पाकिस्तान ने लिया ‘बेली डांस’ का सहारा, खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए विदेशी निवेशकों के आगे करवाया नाच
आर्थिक तंगी झेल रहा पाकिस्तान विदेशी (Foreign investment) निवेश लाने की हर तरह के हथकंडे अपनाने पर तूल गई है. अभी हाल ही में निवेशकों को लुभाने के लिए बेली डांस का आयोजन किया गया था. अजरबैजान की राजधानी बाकू में सरहद चैम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा खैबर पख्तूनख्वा निवेश अवसर समारोह में विदेशी निवेशकों को लुभाने के लिए अन्य गतिविधियों के अलावा बेली डांस का आयोजन किया गया.
पाकिस्तान ( Pakistan) भारत (India) को युद्ध की भले ही धमकी दे रहा हो लेकीन पूरी दुनिया उसके बदहाली से अच्छी तरह वाकिफ है. पाकिस्तान आर्थिक संकट (Financial crisis) से गुजर रहा और दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गया है. आर्थिक तंगी झेल रहा पाकिस्तान विदेशी (Foreign investment) निवेश लाने की हर तरह के हथकंडे अपनाने पर तूल गई है. अभी हाल ही में निवेशकों को लुभाने के लिए बेली डांस का आयोजन किया गया था. अजरबैजान की राजधानी बाकू में सरहद चैम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा खैबर पख्तूनख्वा निवेश अवसर समारोह में विदेशी निवेशकों को लुभाने के लिए अन्य गतिविधियों के अलावा बेली डांस का आयोजन किया गया.
बेली डांस ( Belly dance) का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें महिलाएं डांस करती नजर आ रही हैं. इस वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर इमरान खान और उनकी सरकार की काफी आलोचना हो रही है. पाकिस्तान की कुछ स्थानीय मीडिया वेबसाइट और ट्विटराती ने इसे 'नया पाकिस्तान' करार दिया. एक यूजर ने ट्वीट किया, पाकिस्तान अपनी खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को बेली डांसर से मजबूत करना चाहता है। इसके बाद क्या होगा..बचा-बाजी?"
गौरतलब हो कि मौजूदा समय में पाकिस्तान की आर्थिक हालत बेहद ख़राब स्थिति में है. हाल ही में पेश किए गए बजट में भी इमरान सरकार ने कई चीजों में पैसों की कटौती की. इसके साथ ही वहां की सरकार जनता से अधिक से अधिक टैक्स देने और कालाधन बताने की अपील कर रही है. वहीं फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की इकाई ने एशिया पेसिफिक ग्रुप (APG) ने पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट की सूची में डाल दिया है.
यह भी पढ़ें:- कश्मीर मसले पर पाक-चीन ने की चर्चा, शांतिपूर्ण समाधान पर दिया जोर.
पाकिस्तान में मंहगाई भी चरम पर है. कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने अधिकारियों को उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए थे, जो खाद्य सामग्री की जमाखोरी और अनुचित मूल्य वृद्धि जैसे काम कर रहे थे. बढ़ती मंहगाई के कारण पाकिस्तान की जनता भी काफी परेशान हैं. स्वतंत्र संगठनों द्वारा किए गए सर्वेक्षणों में खुलसा हुआ था कि मंहगाई की मार के चलते लोग स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे विषयों पर कटौती करने को मजबूर हो गए हैं.