इस्लामाबाद: कश्मीर (Kashmir) में कथित मानवाधिकार उल्लंघन का राग अलापने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का विवादित धार्मिक नेता मियां मिट्ठू (Mian Mitthu) से मुलाकात की तस्वीर वायरल हो रही है. पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू सहित सभी अल्पसंख्यक समुदाय में इस नेता की दहशत है. मियां मिट्ठू पर हिंदू समुदाय के खिलाफ सिंध प्रांत (Sindh Province) में घोटकी और इसके आसपास के शहरों में दंगा फैलाने का आरोप लगा है. सोशल मीडिया पर मियां मिट्ठू की गिरफ्तारी के लिए मुहिम भी जारी है.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी में रविवार को हिंदू समुदाय के खिलाफ जमकर हिंसा हुई. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक एक छात्र ने आरोप लगाया कि सिंध पब्लिक स्कूल के मालिक और प्रिंसिपल नोतन लाल ने मुहम्मद साहब के बारे में विवादित टिप्पणी की है. इसके बाद मियां मिट्ठू के इशारे पर दंगाइयों की भीड़ इकट्ठी होती गई और लाठी-डंडे से लैस ये लोग हिंदू संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने लगे. इस दौरान दंगाइयों के निशाने पर साचो सतराम दास मंदिर भी रहा.
.@ImranKhanPTI do you recognise this man? pic.twitter.com/caaRndGPZv
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) September 16, 2019
इस घटना के एक वीडियो में साफ दिख रहा है कि मियां मिट्ठू का बड़ा भाई हिंदुओं पर हमले करने वालों की अगुवाई कर रहा है. वह घोटकी इलाके में हिंदू समुदाय की कई लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन में भी शामिल रहा है. उसकी गिरफ्तारी की मांग ट्विटर पर ट्रेंड कर रही है. इलाके में दरगाह भरचूंदी शरीफ का पीर कहा जाने वाला मियां मिट्ठू 2008 में सांसद रह चुका है.
इमरान के मंत्री फवाद हुसैन ने दी सफाई-
Just one correction mian Mithu wanted to join PTI after meeting when @ImranKhanPTI was briefed about his extremist ideology he straight away refused to take him in PTI so he was never allowed to be part of PTI https://t.co/NHgFBQNBDS
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) September 16, 2019
पाकिस्तान की पुलिस ने इस मामले में दो सौ से अधिक लोगों पर केस दर्ज किया गया है. सिंध सरकार के कुछ मंत्री भी घोटकी पहुंचे और उन्होंने हिंदू समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की. साथ ही दंगे में क्षतिग्रस्त हुए मंदिर की मरम्मत कराने का ऐलान किया.