पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत में सद्भाव बिगाड़ने के लिए दुष्प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. हजारों की संख्या में विभिन्न हैशटैग के तहत ट्वीट्स के साथ पाकिस्तानी दुष्प्रचार अभियान तेज हो गया है. इस दुष्प्रचार अभियान का उद्देश्य भारत में रहने वाले लोगों को भड़काकर यहां का माहौल खराब करना है. इस तरह के अधिकांश ट्वीट पाकिस्तान और अफगानिस्तान से हो रहे हैं, जिनका मकसद भारत की शांति भंग करना है. चीन के सहारे असमान छूने का ख्वाब देख रहा था श्रीलंका-पाकिस्तान, हो गया बर्बाद; ड्रैगन की BRI परियोजना को नकार कर भारत ने दिखाई थी समझदारी.
न्यूज एजेंसी ANI ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि दुष्प्रचार अभियान के तहत फर्जी जानकारी फैलाई जा रही है और बड़ी संख्या में पाकिस्तानी इसमें भाग ले रहे हैं. पाकिस्तान इस दुष्प्रचार अभियान से भारत का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान हमेशा से भारत पर यहां रहने वाले मुसलामानों को सताने का आरोप लगाता रहा है वहीं इसके विपरीत पाकिस्तान चीन के झिंजियांग में उइगर मुस्लिमों पर होने वाले अत्याचार को लेकर कुछ नहीं बोलता है. वह चीन के मुस्लिमों के मानवाधिकारों को आसानी से नजरअंदाज करता है.
अपने पाकिस्तान अपने देश के अल्पसंख्यकों के साथ सौतेला व्यवहार करता है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय जैसे हिंदू, इसाई, अहमदिया और शिया के लोगों को लगातार सताया जा रहा है. पाकिस्तान में शिया अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों और गिरफ्तारियों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है.
ह्यूमन राइट्स वॉच के अनुसार, "पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को हिंसा, भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है, अधिकारी अक्सर पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने या अपराधियों को जिम्मेदार ठहराने में विफल रहते हैं"
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों का अपहरण होता है उनसे जबरन इस्लाम कबूल करवाकर मुस्लिम लड़कों से शादी करवाई जाती है. पाक में वे लोग आसानी से सजा से बाख जाते हैं को अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध को अंजाम देते हैं.