नई दिल्ली:- जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है. अंतराष्ट्रीय मंच से लेकर हर इस्लामिल कंट्री से पाकिस्तान भारत पर दबाव बनाने की कोशिश करता रहा. लेकिन उसकी दाल कहीं नहीं गली. लेकिन इतना होने के बाद भी पाकिस्तान नहीं सुधरा और भारत से सभी प्रकार के ट्रेड को बंद कर दिया. जिसका परिणाम कुछ ही दिनों में नजर आने लगा. पाकिस्तान में हरी सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे. लोगों को टमाटर खरीदने के लिए 400 रूपये तक चुकाना पड़ रहा है. लेकिन अब पाकिस्तान की अकड़ ढीली पड़ने लगे. इमरान खान की सरकार ने भारत से पोलियो मार्कर खरीदने का निर्णय लिया है. पाकिस्तान न्यूज़ डॉन की खबर के मुताबिक दूसरे जगहों मिलने वाली घटिया गुणवत्ता वाली मार्कर मिलने के बाद भारत से खरीदने का निर्णय लिया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूएचओ (World Health Organisation ) ने सिर्फ भारत और चीन को पोलियो मार्कर्स (Polio Markers) के निर्माता है.
दरअसल पाकिस्तान ने भारत से सभी प्रकार के कारोबार पर रोक लगा दी थी. जिसके बाद पाकिस्तान ने पोलियो मार्कर्स चीन से मंगवाए. लेकिन चीन से आए मार्कर्स की क्वालिटी तो ठीक थी नहीं प्लस इसकी कीमत काफी महंगी थी. इसके अलावा बच्चे कई बार मार्कर लगी उंगली मुंह में रख लेते हैं. वहीं अगर भारत में बनने वाले मार्कर्स की बात करें तो यहां बनने वाले मार्कर नॉन टॉक्सिक हैं जो कि इस लिहाज से सुरक्षित हैं. डॉ राणा सफदर जो पाक में आपातकालीन संचालन केंद्र के राष्ट्रीय समन्वयक ( Emergency Operation Centre ) हैं उन्होंने बताया कि अब पाकिस्तान ने इन्हें भारत से खरीदने का फैसला किया है.
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव से पहले PAK ने भारत से 80 हजार मार्कर्स खरीदने का समझौता किया था. लेकिन रिश्तों खटास के बाद सभी पर रोक लग गया था. लेकिन अब पाक की सरकार ने फिर इसे खरीदने का फैसला लिया है. यह भी पढ़ें:- अमेरिका ने पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट में डाला, PAK बोला इसमें इंडिया का नाम क्यों नहीं ?
अमेरिका ने पाक को किया ब्लैकलिस्ट
अमेरिका ने उन देशों की सालाना ब्लैकलिस्ट जारी की है जिसमें धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करने वाले देशों का नाम शामिल होता है. अमेरिका द्वारा जारी किए गए इस लिस्ट में पाकिस्तान का नाम भी शामिल है. अमेरिका के इस लिस्ट में अपना नाम देखकर पाकिस्तान ने फिर से भारत के नाम का राग आलापना शुरू कर दिया है. अमेरिका द्वारा ब्लैकलिस्ट करने को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक तरफा बताया है. पाकिस्तान को इस बात की चीढ़ भी है कि इस लिस्ट में भारत का नाम क्यों नहीं शामिल है.