नई दिल्ली. पाकिस्तान के बालाकोट (Balakot) में पाकिस्तानी आतंकियों के शिविर पर भारत के हमले के 43 दिन बाद बुधवार को पाकिस्तानी सरकार (Pakistan Govt) घटनास्थल पर पाकिस्तान स्थित अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सदस्यों और विदेशी राजनयिकों को लेकर गई. हालांकि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की मिलिट्री हर जगह पत्रकारों की निगरानी कर रही थी. जब मीडिया कर्मियों ने स्थानीय लोगों से बात करने की कोशिश की तो उनसे कहा गया, "जल्दी करें.. ज्यादा लंबी बात ना करें."
गौरतलब है कि कश्मीर (Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) में 14 फरवरी को सीआरपीएफ (CRPF) के 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने 26 फरवरी को अटैक किया था. भारत ने कहा था कि एयर स्ट्राइक (Air Strike) से बालाकोट (Balakot) में चरमपंथी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Muhammad) के ठिकाने को तबाह कर दिया गया. हालांकि, पाकिस्तान (Pakistan) लगातार आतंकी कैंप होने से इनकार करता रहा है और उसका कहना है कि एयर स्ट्राइक (Air Strike) का जहां दावा किया जा रहा है, वहां पर मदरसा है.
A group of international media journalists mostly India based and Ambassadors & Defence Attachés of various countries in Pakistan visited impact site of 26 February Indian air violation near Jabba, Balakot. Saw the ground realities anti to Indian claims for themselves. pic.twitter.com/XsONflGGVP
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) April 10, 2019
बीबीसी के पत्रकार ने इस इलाके का दौरा किया. उन्होंने बताया कि इस्लामाबाद (Islamabad) से बालाकोट (Balakot) के जाबा तक एक हेलिकॉप्टर से ले जाया गया था. हरे-भरे पड़ों से घिरे से इलाके में एक पहाड़ी पर मदरसा मौजूद था. यहां तक पैदल रास्ते से पहुंचते हुए करीब डेढ़ घंटा लगा. जब पत्रकारों की टीम मदरसे में पहुंची तो 12 से 13 साल के 150 बच्चे इस्लामी शिक्षा ले रहे थे, उन्हें उस वक्त कुरान पढ़ाई जा रही थी.
पाक सेना (Pakistan Army) के अफसरों ने पहाड़ी पर चढ़ते वक्त एक ढलान पर गड्ढा भी दिखाया था, जहां भारतीय विमानों ने विस्फोटक गिराए थे. आर्मी प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर (Public Relations Director General Asif Ghafoor) ने बताया कि ये पुराना मदरसा है. हमेशा से ऐसा ही था. साथ ही उन्होंने बताया कि हालात ठीक नहीं थे, इसलिए पत्रकारों को यहां लाने में काफी देर लगी. हम सही वक्त का इंतजार कर रहे थे.
बता दें कि बालाकोट (Balakot) में भारतीय वायु सेना द्वारा की गई एयरस्ट्राइक (Air Strike) से हुई तबाही को छिपाने के लिए पाकिस्तान (PAK) ने कई बड़े झूठ बोले थे. फर्जी तस्वीरों और बयानों के जरिये पाकिस्तान (Pakistan) ने दुनिया को गुमराह करने की कोशिश की थी.
गौरतलब है कि खैबर पख्तूनख्वाह (Khyber Pakhtunkhwa) में स्थित बालाकोट (Balakot) में आतंकी कैंप चलाया जा रहा था. भारत ने एयरस्ट्राइक (Air Strike) से आतंकियों के ठिकाने को तबाह कर दिया था. भारत (India) की ओर से की गई कार्रवाई के बाद, बालाकोट (Balakot) इलाके को पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) ने पूरी तरह से घेर लिया था.