स्टॉकहोम: सोमवार को चिकित्सा के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा के साथ इस प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह की शुरुआत होगी. हालांकि, इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिए जाने का फैसला किया गया है. पिछले 70 साल में पहली बार ऐसा है कि साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा. स्वीडन में सांस्कृतिक गतिविधियों का बड़ा चेहरा माने जाने वाले फ्रांसीसी नागरिक ज्यां-क्लाउड अर्नोल्ट यौन आरोपों और वित्तीय अपराध के आरोपों से घिरे हैं. इससे अकादमी की छवि को बेहद नुकसान पहुंचा है। इसलिए अकादमी ने इस साल साहित्य का नोबेल नहीं देने का फैसला किया है.
बहरहाल, नोबेल पुरस्कारों में दिलचस्पी रखने वालों में इस बात पर चर्चा हो रही है कि प्रत्याशियों की बड़ी संख्या को देखते हुए चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, शांति और अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार किन लोगों को दिए जाएंगे. यह भी पढ़े-नोबेल पुरस्कार विजेता नायपॉल के निधन पर राष्ट्रपति कोविंद, PM मोदी ने जताया शोक
सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 11:30 बजे चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी.
इस बार साहित्य का नोबेल नहीं दिए जाने के कारण लोगों की नजरें शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा पर ज्यादा टिकी हैं, जिसकी घोषणा ओस्लो में शुक्रवार को की जाएगी. लेकिन इससे पहले विज्ञान से जुड़े नोबेल पुरस्कारों की घोषणा होनी है.