भयानक भूकंप से मची तबाही! म्यांमार में और थाईलैंड में 265 लोगों की मौत, तीन देशों में 1622 घायल
म्यांमार, थाईलैंड और चीन में आए भीषण भूकंप में अब तक 265 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,622 लोग घायल हुए हैं. म्यांमार में सबसे अधिक 255 मौतें हुईं, जबकि थाईलैंड में 10 और चीन में 2 लोग घायल हुए हैं. राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन आफ्टरशॉक्स के चलते दहशत बरकरार है.

29 मार्च 2025: म्यांमार, थाईलैंड और चीन में 28 मार्च को आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप (Earthquake) ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें कुल 265 लोगों की मौत हो गई और 1,622 से अधिक लोग घायल हुए हैं. इस शक्तिशाली भूकंप में इमारतें, पुल और बौद्ध मोनेस्ट्री नष्ट हो गए. इस भूकंप के बाद और झटके भी लगे, जिनमें से एक की तीव्रता रिक्टर स्केल 6.4 मापी गई. मांडले में, भूकंप के कारण कथित तौर पर कई इमारतें ढह गईं, जिनमें शहर के सबसे बड़े मठों में से एक भी शामिल है.
म्यांमार में सबसे अधिक नुकसान
म्यांमार में भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रहे, जहां 255 लोगों की मौत हुई और 1,552 लोग घायल हुए. स्थानीय प्रशासन और राहत एजेंसियां बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं, लेकिन दूरस्थ इलाकों में संचार बाधित होने के कारण कठिनाइयाँ आ रही हैं.
थाईलैंड में भीषण झटके
थाईलैंड में भी भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए, जिससे 10 लोगों की मौत हो गई और 68 लोग घायल हुए. सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री भेजी जा रही है.
चीन में मामूली क्षति
चीन में भूकंप का असर तुलनात्मक रूप से कम रहा, जहां केवल 2 लोग घायल हुए हैं. हालांकि, भूकंप के झटकों से इमारतों में दरारें आई हैं और लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए.
कुल हानि का आकलन
इन तीन देशों में भूकंप से कुल 265 लोगों की मौत हुई है और 1,622 लोग घायल हुए हैं. भूकंप के बाद से कई आफ्टरशॉक्स भी महसूस किए गए हैं, जिससे लोगों में भय का माहौल बना हुआ है.
राहत और बचाव कार्य जारी
प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं. स्थानीय प्रशासन, सेना और विभिन्न राहत एजेंसियां मिलकर प्रभावित लोगों तक सहायता पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के बाद के झटकों से सतर्क रहने की आवश्यकता है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है.
सरकारों की अपील
म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों ने नागरिकों से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. साथ ही, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी सहायता की मांग की है ताकि प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से पुनर्निर्माण कार्य शुरू किया जा सके.