अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कई इलाकों में हुआ बड़ा धमाका, करीब 15 लोग घायल
अफगानिस्तान में शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कट्टरपंथियों ने शहर के दक्षिणी हिस्से सहित कई इलाकों में विस्फोट किए जिसमें बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. स्थानीय अस्पताल के प्रमुख नैमतुल्लाह ने एएफपी से कहा कंधार शहर में एक मतदान केन्द्र के बाहर हुए विस्फोट में कम से कम 15 लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल लाया गया.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) के दौरान कट्टरपंथियों ने शहर के दक्षिणी हिस्से सहित कई इलाकों में विस्फोट किए जिसमें बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. स्थानीय अस्पताल के प्रमुख नैमतुल्लाह ने एएफपी से कहा कंधार शहर में एक मतदान केन्द्र के बाहर हुए विस्फोट में कम से कम 15 लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल लाया गया.
अधिकारियों ने देश के कई हिस्सों में छिटपुट विस्फोट की जानकारी भी दी है. गौरतलब है कि देश भर में कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रपति चुनाव जारी है. वहीं तालिबान ने लोगों को मतदान नहीं करने की लगातार चेतावनी दी है. राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सुगह मतदान किया. गनी ने काबुल में एक स्कूल में मतदान केन्द्र में वोट डालने के बाद कहा, "शांति हमारे लोगों की पहली मांग है."
उन्होंने कहा इसका ढांचा तैयार है, मैं चाहता हूं कि लोग मुझे अनुमति और वैधता दें ताकि हम शांति की दिशा में काम कर सकें. इंडिपेंडेंट इलेक्शन कमीशन के प्रवक्ता जबी सदात ने सुबह एएफपी से कहा था, "देशभर में मतदान शुरू हो गया है और हम खुश हैं कि मतदान केन्द्रों पर लोग अभी से वोट डालने के लिए पंक्तियों में खड़े हैं." अफगानिस्तान में करीब 96 लाख पंजीकृत मतदाता हैं, लेकिन इनमें से कई लोगों ने 18 साल तक चले युद्ध के बाद किसी भी सरकार के यहां हालात बेहतर कर पाने की उम्मीद खो दी है.
वहीं तालिबान ने भी मतदान को लेकर लगातार धमकियां दी हैं. आतंकवादी संगठन ने चुनावी रैलियों और चुनावी दफ्तरों को निशाना बनाने के लिये आत्मघाती हमले किए. जिनमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए. इसको देखते हुए अफगान अधिकारियों ने सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की हैं.
गृह मंत्री मसूद अंदराबी ने कल शुक्रवार को चुनाव में सुरक्षा तैयारियों को रेखांकित करते हुए बताया था कि इसकी रूपरेखा तैयार करने में उन्हें आठ महीने का वक्त लगा. देश भर में 4,942 मतदान केंद्रों में प्रत्येक के बाहर सुरक्षा के तीन विशिष्ट घेरे बनाए गए हैं. पहले दो घेरों में पुलिसकर्मी और खुफिया अधिकारी रहेंगे. तीसरे और सबसे महत्वपूर्ण घेरे में अफगान राष्ट्रीय सेना के जवान तैनात हैं.