पीएम मोदी की कूटनीति के सामने पस्त हुआ पाकिस्तान, संयुक्त राष्ट्र ने दखल देने से किया इनकार, तालिबान ने भी लताड़ा
इमरान खान और पीएम मोदी (Photo Credits: Facebook)

काबुल: जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) मामले पर एक बार फिर पाकिस्तान (Pakistan) अलग-थलग पड़ता नजर आ रहा है. मोदी सरकार द्वारा राज्य का विशेष दर्जा खत्म करने से बौखलाया पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सहित अपने मित्र देशों से सहारे की उम्मीद में नजरे गड़ाएं हुए है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) मुस्लिम देशों से लगातार गुहार लगा रहे हैं लेकिन फिलहाल उनका साथ देने से सभी ने मना कर दिया है. उधर, अफगानिस्तान की स्थिति को कश्मीर मुद्दे से जोड़ने के लिए गुरुवार को तालिबान (Taliban) ने भी पाकिस्तान की खिंचाई की है.

तालिबान के प्रवक्‍ता जबिहुल्‍लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने एक न्यूज एजेंसी से कहा "कुछ पक्षों द्वारा अफगानिस्तान के मुद्दे के साथ कश्मीर के मुद्दे को जोड़ना मददगार साबित नहीं होगा. क्योंकि अफगानिस्तान और कश्मीर का मुद्दा एक दूसरे से अलग है.”

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आतंकी संगठन का बयान पाकिस्तान के विपक्षी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता शहबाज शरीफ द्वारा अफगानिस्तान और कश्मीर की स्थिति की तुलना करने के बाद आई है.

दरअसल मौजूदा समय में पाकिस्तान की सेना और इमरान के नेता भारत द्वारा धारा 370 हटाने के खिलाफ दुनिया का समर्थन हासिल करना चाहते है लेकिन कहीं से भी मदद नहीं मिल रही है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने भी इस पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया हैै.

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मोदी सरकार ने सोमवार (5 अगस्त) को ऐतिहासिक फैसला लेते हुए संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने का ऐलान किया. संसद ने मंगलवार को संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को दिये गए विशेष दर्जे को वापस लेने के लिए एक प्रस्ताव को मंजूरी दी. इसके अलावा एक विधेयक पारित कर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया. भारत के इस कदम से पाकिस्तान बौखला गया और भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया साथ ही भारत के साथ राजनयिक संबंधों को भी कमतर कर दिया. पाकिस्तान अब कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की नाकामयाब कोशिश कर रहा है.