इजराइल (Israel) ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्ला (Hezbollah Chief hassan nasrallah) को हवाई हमले में मार गिराया है. इस हमले के बाद तनाव चरम पर है. आनन-फानन में ईरान के सर्वोच्च नेता की सुरक्षा बढ़ दी गई है. सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई (Supreme Leader Ayatollah Ali Khamenei) को सुरक्षा कारणों से देश के अंदर एक सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया है. इजराइल ने दक्षिण बेरूत में हसन नसरल्ला को एक हवाई हमले में मारने का दावा किया है.
इज़राइल का हवाई हमला
इज़राइल ने शनिवार को कहा कि उसने हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्ला को एक लक्षित हवाई हमले में मार दिया है. यह हमला बेरूत के दहीयेह क्षेत्र में स्थित हिज़बुल्लाह के अंडरग्राउंड मुख्यालय पर किया गया, जो कि एक आवासीय इमारत के नीचे स्थित था. इस हमले में नसरल्ला के साथ-साथ एक अन्य शीर्ष नेता, अली कराकी, और अन्य कमांडर भी मारे गए हैं.
इस हमले के बाद हिज़बुल्लाह की स्थिति कमजोर हो गई है. नसरल्ला, जो पिछले 32 वर्षों से हिज़बुल्लाह के नेता हैं, ने हमेशा तेहरान द्वारा समर्थित "प्रतिरोध का ध्रुव" बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यदि नसरल्ला की मृत्यु की पुष्टि हो जाती है, तो यह न केवल हिज़बुल्लाह बल्कि इसके इरानी समर्थकों के लिए भी एक बड़ा झटका होगा.
BREAKING: Iran's Supreme Leader has been moved to a 'safe location' as a security measure following the elimination of Nasrallah
— The Spectator Index (@spectatorindex) September 28, 2024
इस हमले ने इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच संघर्ष को और बढ़ा दिया है. हिज़बुल्लाह के नेताओं के साथ इरान की निरंतर संपर्क स्थिति ने इस बात की पुष्टि की है कि वे अपनी अगली रणनीति क्या होगी. इज़राइल के आक्रमणों में वृद्धि के चलते यह चिंता भी बढ़ गई है कि यह संघर्ष नियंत्रण से बाहर जा सकता है, जिससे इरान और अमेरिका भी शामिल हो सकते हैं.
Hassan Nasrallah will no longer be able to terrorize the world. pic.twitter.com/gBWxK9FW2F
— Israeli Air Force (@IAFsite) September 28, 2024
बेरूत में हुए हवाई हमले ने शहर को हिलाकर रख दिया. एक सुरक्षा स्रोत के अनुसार, इस हमले से कम से कम 20 मीटर गहरा एक गड्ढा बन गया. इसके तुरंत बाद, इज़राइल ने दहीयेह और लेबनान के अन्य हिस्सों पर नए हवाई हमले किए.
इस घटनाक्रम ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है. हिज़बुल्लाह ने अब तक नसरल्ला की स्थिति पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, और उनकी अनुपलब्धता इस बात को और रहस्यमय बना देती है. इज़राइल की लगातार हवाई हमले और नयी रणनीतियों के चलते, आने वाले दिनों में स्थिति और भी जटिल हो सकती है.
इस सब के बीच, इरान की सरकार अपनी स्थिति को सुरक्षित रखने के लिए सक्रिय है. अयातुल्ला खामेनी की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय यह दिखाता है कि इस स्थिति को लेकर कितनी चिंता है. क्या ये घटनाएँ एक नए संघर्ष की शुरुआत करेंगी? यह प्रश्न सभी के मन में है और इसका उत्तर केवल समय ही दे सकेगा.