Cameras For Hijab: हिजाब न पहनने वाली महिलाओं पर नजर रखेगा ईरान, हर जगह लगाए जा रहे कैमरे
ईरान में महिलाओं के हिजाब पहनने पर नजर रखने के लिए सार्वजनिक जगहों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं. ईरान की पुलिस ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि जिन महिलाओं के बाल ढंके नहीं होंगे उनकी पहचान कर उन्हें "मैसेज के जरिए चेतावनी दी जाएगी."
Cameras To Find Women Not Wearing Hijab: ईरान में महिलाओं के हिजाब पहनने पर नजर रखने के लिए सार्वजनिक जगहों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं. ईरान की पुलिस ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि जिन महिलाओं के बाल ढंके नहीं होंगे उनकी पहचान कर उन्हें "मैसेज के जरिए चेतावनी दी जाएगी."
पुलिस ने कहा कि इससे "हिजाब कानून के खिलाफ विरोध" को रोकने में मदद मिलेगी. ईरान में ये फैसला तब लिया गया है जब पिछले साल महसा अमीनी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद पूरे देश में हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. महसा अमीनी को हिजाब ना पहनने के कारण गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से कई महिलाओं ने अपना हिजाब उतारकर विरोध जताया और इस विरोध प्रदर्शन का असर ईरान के साथ-साथ विदेशों में भी दिखा. Apple iPhones Stolen: एप्पल स्टोर से 436 आईफोन की चोरी, 5 लाख डॉलर के एप्पल प्रोडक्ट पर हाथ साफ
1979 में ईरानी क्रांति के बाद देश में धार्मिक कानून को सख्ती से लागू किया गया और इसी के तहत महिलाओं के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया गया. हिजाब न पहनने पर महिलाओं को जुर्माने या सजा का सामना करना पड़ सकता है.
ईरान की मोरल पुलिसिंग का विरोध करने वाली महिलाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत देखे जाते है. ईरान में 1979 की क्रांति के बाद लगाए गए इस्लामी शरिया कानून के तहत, महिलाओं को अपने बालों को ढकने का कानून लागू किया गया है. उन्हें लंबे, ढीले-ढाले कपड़े पहनने के लिए मजबूर किया गया है. शरिया कानून के उल्लंघन करने वाली महिलाओं को सार्वजनिक फटकार, जुर्माना या गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा है. ईरान में हिजाब के इस्तेमाल को व्यावहारिक सिद्धांतों में से एक माना गया है.