इस्लामाबाद: पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री इमरान खान को आम चुनावों में पांच सीटों पर चुनाव लड़ना भारी पड़ रहा है. पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) चीफ इमरान खान की दो सीटों पर जीत की अधिसूचना जारी करने पर रोक लगा दी है. दरअसल इमरान ने सभी पांच सीटें जीती थी. ईसीपी के इस आदेश से इमरान के शपथग्रहण पर प्रश्न चिंह लग गया है.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक चुनाव आयोग ने इमरान खान की जीती हुई पांच सीटों में से दो सीटों पर जीत की अधिसूचना रद्द करते हुए नेशनल असेंबली की केवल तीन सीटों पर सशर्त शपथ लेने की आज्ञा दी है. वहीं बाकी तीन जीती हुई सीटों पर भी अधिसूचना जारी होने के बावजूद आचार संहिता उल्लंघन का मामला चल रहा है. जिसका फैसला चुनाव आयोग जल्द ही कर सकता है. इमरान के आने के बाद भी नहीं बदली पाक सेना की ‘नापाक’ सोच
ईसीपी अगर इमरान को इन मामलों में दोषी ठहराता है तो उन्हें सभी सीटों से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. लेकिन जानकारों की मानें तो ऐसा होने की उम्मीद बहुत कम है. क्योकि इमरान खान पर चुनाव प्रचार के दौरान गलत भाषा बोलने और मतदान केंद्र के भीतर तस्वीर लेने का आरोप है जो कि पाकिस्तान चुनाव आयोग महज चेतावनी देकर भी छोड़ सकता है. लेकिन इसके बावजूद इमरान की पीएम बनने की राह में एक और रोड़ा आ ही गया है. इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा है बेहद खुबसूरत, देखें अनदेखी तस्वीरें
पीटीआई संसदीय चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन सरकार बनाने के लिए उसके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है. इसीलिए उसे अन्य दलों पर निर्भर होना पड़ रहा है. मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने देश में संघीय सरकार बनाने के लिए इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को समर्थन देने की घोषणा की है. पीटीआई ने बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-एम) से भी समर्थन मांगा. इमरान खान के पाक PM बनने से पहले चमकी इस बॉलीवुड एक्टर की किस्मत