नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) द्वारा शुरू किए गए विरोध प्रदर्शनों से संबंधित देश की स्थिति पर चर्चा के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक बुलाई है. जियो न्यूज की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. यह भी पढ़े: Pakistan: टीएलपी के साथ झड़प के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाकिस्तान रेंजर्स को बुलाया गया
प्रतिबंधित समूह के सदस्यों द्वारा विरोध प्रदर्शन गुरुवार को सातवें दिन में प्रवेश कर गया और प्रदर्शनकारियों ने बुधवार रात से कामोके में डेरा डाल दिया है. प्रारंभ में, समूह ने मुल्तान और लाहौर में धरना दिया था, जिसके बाद इस्लामाबाद की ओर एक मार्च की घोषणा की गई. प्रदर्शनकारियों को इस्लामाबाद पहुंचने से रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने प्रमुख सड़कों को घेर लिया था. प्रदर्शनकारी पिछले कई दिनों से जीटी रोड पर धरना दे रहे हैं, जिससे परिवहन सेवाएं बाधित हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि टीएलपी के मार्च ने संघीय राजधानी और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कई अन्य शहरों में जनजीवन को प्रभावित किया है. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के हजारों कार्यकर्ताओं की रैली गुरुवार दोपहर कामोके से निकलकर गुजरांवाला शहर में प्रवेश कर गई और इसके मार्ग के आसपास के इलाकों में जनजीवन बाधित रहा.
करीब 4,000 टीएलपी कार्यकर्ताओं ने अपने जरूरी सामान के साथ बड़े ट्रकों और बसों में ग्रैंड ट्रंक (जीटी) रोड पर यात्रा की. इस बीच, पाकिस्तानी रेंजर्स और पुलिस कर्मियों ने चिनाब नदी और वजीराबाद सीमा के पास मोर्चा संभाला. रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा अधिकारियों ने गुजरांवाला शहर के बजाय वजीराबाद-चिनाब नदी क्षेत्र के पास टीएलपी कार्यकर्ताओं को रोकने की योजना बनाई है. एक बयान के अनुसार, सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में, पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने अधिकारियों को प्रांत में शांति स्थापित करने के लिए 'हर संभव कदम उठाने' का निर्देश दिया है.