नई दिल्ली, 3 अक्टूबर: पाकिस्तान में यजीद के समर्थन में नारे लगाए जाने के खिलाफ यहां शनिवार को देश के बड़े-बड़े उलेमाओं ने प्रदर्शन किया. उन्होंने तीन मूर्ति भवन से पाकिस्तानी दूतावास की ओर कूच किया, हालांकि पुलिस प्रशासन ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया. उलेमाओं ने कहा, "पाकिस्तान में यजीद जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं. यजीद ने काबा पर हमला करवाया था, इमाम हुसैन का कत्ल किया और कई अपराध किए थे. पाकिस्तान में उसके समर्थन में नारे लगाए जाने से मुस्लिम समाज की छवि खराब हो रही है."
प्रदर्शन में मौजूद सभी मौलानाओं ने कहा कि वे भारत सरकार से दिल्ली में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने की मांग करते हैं, क्योंकि यजीद का समर्थन करने वाला हर शख्स आतंकवादी है. यजीद को मानने वाला मुसलमान नहीं हो सकता. प्रदर्शन में शामिल शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने आईएएनएस से कहा, "जितने भी आतंकवादी दुनिया में हैं, वे सभी यजीद को मानने वाले हैं और यजीद जिंदाबाद का नारा लगवाए जाने से यह साबित होता है कि पाकिस्तान सरकार आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है. वहीं इस पाकिस्तानी सरकार को इंटरनेशनली आतंकवादी हुकूमत डिक्लियर कर दिया जाना चाहिए."
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उन्होंने कहा, "यूरोप और अमेरिका में जिस तरह हिटलर को अच्छा कहना मना है, उसी तरह से सभी मुस्लिम मुल्क में यजीद को अच्छा कहना कानूनी तौर पर मना होना चाहिए, क्योंकि सबसे बड़ा आतंकवादी यजीद था." शिया धर्मगुरु ने कहा, "कश्मीर में जो आतंकवाद है, वो पाकिस्तान का फैलाया हुआ है. पाकिस्तानी सरकार आतंकवादी सरकार है और इमरान खान, तालिबान खान हैं और वो ये साबित कर रहे हैं." प्रदर्शन में दरगाह हजरत निजामुद्दीन औलिया के जनरल सेक्रेटरी सयैद फरीद अहमद निजामी, ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन कॉउंसिल के चेयरमैन सयैद नसरूद्दीन चिश्ती और अन्य धर्मगुरु मौजूद रहे.