जर्मनी: नई सरकार का रास्ता साफ, 6 मई को चुने जाएंगे चांसलर

जर्मनी में नई सरकार के गठन की राह साफ हो गई है.

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जर्मनी: नई सरकार का रास्ता साफ, 6 मई को चुने जाएंगे चांसलर
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

जर्मनी में नई सरकार के गठन की राह साफ हो गई है. मौजूदा चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की पार्टी एसडीपी ने गठबंधन में जूनियर पार्टनर के रूप में शामिल होने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.जर्मनी में चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की पार्टी एसपीडी ने नई गठबंधन सरकार में शामिल होने पर हरी झंडी दे दी है. इस मंजूरी के साथ ही संसद में फ्रीडरिष मैर्त्स को देश का नया चांसलर चुने जाने का रास्ता साफ हो गया है.

क्रिश्चियन डेमोक्रैटिक यूनियन (सीडीयू) और उसकी क्षेत्रीय सहयोगी पार्टी सीएसयू ने इस नतीजे का स्वागत किया है. समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार, 5 मई को घटक दल गठबंधन के समझौते पर दस्तखत करेंगे. इसके बाद 6 मई को बुंडेसटाग, यानी जर्मन संसद के निचले सदन में फ्रीडरिष मैर्त्स को देश का अगला चांसलर चुन लिया जाएगा.

सीडीयू-सीएसयू के नेतृत्व में नई सरकार

इस गठबंधन सरकार में एसपीडी जूनियर पार्टी होगी. सीडीयू-सीएसयू की ओर से फ्रीडरिष मैर्त्स सरकार का नेतृत्व करेंगे. फरवरी में हुए संसदीय चुनाव में सीडीयू-सीएसयू को सबसे ज्यादा 28.5 प्रतिशत वोट मिले थे. हालांकि स्पष्ट बहुमत के अभाव में सीडीयू-सीएसयू को सरकार बनाने के लिए एसपीडी का सहयोग चाहिए.

एसपीडी का जनाधार दूसरे विश्व युद्ध के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया. पार्टी को केवल 16.4 प्रतिशत वोट मिले.

एसपीडी के सदस्यों में कितनी सहमति

कई हफ्तों तक चली बातचीत के बाद अप्रैल की शुरुआत में सीडीयू-सीएसयू और एसपीडी में गठबंधन सरकार की शर्तों पर समझौता हुआ. समझौते के अनुसार नई सरकार में वित्त, न्याय और रक्षा मंत्रालय एसपीडी के पास होंगे. आगे बढ़ने के लिए एसपीडी को इस समझौते पर पार्टी सदस्यों की सहमति चाहिए थी.

जर्मनी se-mother-charan-kaur-gave-birth-to-a-son-see-the-first-picture-2104370.html" class="drop-thumb-link" title="BREAKING: सिद्धू मूसेवाला के घर फिर गूंजी किलकारी, मां चरण कौर ने दिया बेटे को जन्म, देखें पहली तस्वीर">BREAKING: सिद्धू मूसेवाला के घर फिर गूंजी किलकारी, मां चरण कौर ने दिया बेटे को जन्म, देखें पहली तस्वीर

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जर्मनी: नई सरकार का रास्ता साफ, 6 मई को चुने जाएंगे चांसलर

जर्मनी में नई सरकार के गठन की राह साफ हो गई है.

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जर्मनी: नई सरकार का रास्ता साफ, 6 मई को चुने जाएंगे चांसलर
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

जर्मनी में नई सरकार के गठन की राह साफ हो गई है. मौजूदा चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की पार्टी एसडीपी ने गठबंधन में जूनियर पार्टनर के रूप में शामिल होने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.जर्मनी में चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की पार्टी एसपीडी ने नई गठबंधन सरकार में शामिल होने पर हरी झंडी दे दी है. इस मंजूरी के साथ ही संसद में फ्रीडरिष मैर्त्स को देश का नया चांसलर चुने जाने का रास्ता साफ हो गया है.

क्रिश्चियन डेमोक्रैटिक यूनियन (सीडीयू) और उसकी क्षेत्रीय सहयोगी पार्टी सीएसयू ने इस नतीजे का स्वागत किया है. समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार, 5 मई को घटक दल गठबंधन के समझौते पर दस्तखत करेंगे. इसके बाद 6 मई को बुंडेसटाग, यानी जर्मन संसद के निचले सदन में फ्रीडरिष मैर्त्स को देश का अगला चांसलर चुन लिया जाएगा.

सीडीयू-सीएसयू के नेतृत्व में नई सरकार

इस गठबंधन सरकार में एसपीडी जूनियर पार्टी होगी. सीडीयू-सीएसयू की ओर से फ्रीडरिष मैर्त्स सरकार का नेतृत्व करेंगे. फरवरी में हुए संसदीय चुनाव में सीडीयू-सीएसयू को सबसे ज्यादा 28.5 प्रतिशत वोट मिले थे. हालांकि स्पष्ट बहुमत के अभाव में सीडीयू-सीएसयू को सरकार बनाने के लिए एसपीडी का सहयोग चाहिए.

एसपीडी का जनाधार दूसरे विश्व युद्ध के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया. पार्टी को केवल 16.4 प्रतिशत वोट मिले.

एसपीडी के सदस्यों में कितनी सहमति

कई हफ्तों तक चली बातचीत के बाद अप्रैल की शुरुआत में सीडीयू-सीएसयू और एसपीडी में गठबंधन सरकार की शर्तों पर समझौता हुआ. समझौते के अनुसार नई सरकार में वित्त, न्याय और रक्षा मंत्रालय एसपीडी के पास होंगे. आगे बढ़ने के लिए एसपीडी को इस समझौते पर पार्टी सदस्यों की सहमति चाहिए थी.

जर्मनी में अगली सरकार के लिए गठबंधन समझौता तैयार

एसपीडी सदस्यों की संख्या 3,58,000 से ज्यादा है. पार्टी ने आंतरिक मतदान के ऑनलाइन व्यवस्था रखी और बीते दो हफ्ते के दौरान सदस्यों को अपना मत देना था. नतीजे बताते हैं कि 56 प्रतिशत सदस्यों ने ही वोट डाला. जितने वोट पड़े, उनमें 84.6 फीसदी ने सहमति दी. पार्टी की युवा शाखा ने समझौते का विरोध किया है.

वित्त मंत्री के लिए लार्स क्लिंगबाइल का नाम

समझौते के अनुसार नई सरकार में वित्त, न्याय और रक्षा मंत्रालय एसपीडी के पास होंगे. एसपीडी की ओर से वित्त मंत्री के तौर पर लार्स क्लिंगबाइल का नाम आया है. जर्मन सेना और देश के बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाने के संकल्पों का जिम्मा इसी मंत्रालय के पास होगा.

सीडीयू के साथ गठबंधन के लिए हुई बातचीत में क्लिंगबाइल की अहम भूमिका रही है. वह पहली बार 2005 में बुंडेसटाग में दाखिल हुए थे. 2021 से वह एसपीडी के सह-अध्यक्ष (को चेअर) हैं. उनके बारे में कहा जाता है कि वो संवाद में भरोसा रखते हैं और मतभेदों के बीच "पुल बनाना" जानते हैं.

जर्मनी में अब जलवायु नहीं, आर्थिक असुरक्षा और सामाजिक असमानता हैं बड़ी चिंताएं

श्पीगल मैगजीन ने क्लिंगबाइल का वर्णन कुछ इस तरह किया है, "संकट की घड़ी में धैर्य दिखाने वाले, खुद को अहम दिखाकर औरों को प्रभावित करने की चेष्टा ना करने वाले, डराने या आक्रामक होने का स्वभाव नहीं है... तकरीबन बोरिंग हैं."

श्पीगल के मुताबिक, क्लिंगबाइल ऐसे शख्स हैं जो चीजों को नापते-तौलते हैं, अच्छी तरह विचार करते हैं और जब बाकी सभी को यकीन होता है कि तुरंत फैसला लेने की जरूरत है, तब भी चीजों में थोड़ा समय लेते हैं. आलोचनाओं और मतभेदों के स्वर को भी दूर नहीं करते और जरूरत पड़ने पर राजनीतिक समझौतों को गलत नहीं मानते हैं.

जिस 'डेट ब्रेक' पर ढही जर्मन सरकार, अब उस पर बनी सहमति

क्लिंगबाइल जब युवा थे, तो एक पंक बैंड का हिस्सा थे. उन्होंने अपनी भवें छिदवाई थीं. वो अब भी गिटार बजाते हैं और गिटार से इतना प्रेम है कि अपने दफ्तर में भी कई गिटार रखते हैं. 2014 में पता चला था कि उन्हें मुंह का कैंसर है. क्लिंगबाइल ने बीते दिनों पहली बार इस अनुभव पर बात की. उन्होंने कहा, "मौत के साथ सामना होने के बाद आप जिंदगी को अलग तरह से देखते हैं."

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जर्मनी में नई सरकार के गठन की राह साफ हो गई है. मौजूदा चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की पार्टी एसडीपी ने गठबंधन में जूनियर पार्टनर के रूप में शामिल होने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.जर्मनी में चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की पार्टी एसपीडी ने नई गठबंधन सरकार में शामिल होने पर हरी झंडी दे दी है. इस मंजूरी के साथ ही संसद में फ्रीडरिष मैर्त्स को देश का नया चांसलर चुने जाने का रास्ता साफ हो गया है.

क्रिश्चियन डेमोक्रैटिक यूनियन (सीडीयू) और उसकी क्षेत्रीय सहयोगी पार्टी सीएसयू ने इस नतीजे का स्वागत किया है. समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार, 5 मई को घटक दल गठबंधन के समझौते पर दस्तखत करेंगे. इसके बाद 6 मई को बुंडेसटाग, यानी जर्मन संसद के निचले सदन में फ्रीडरिष मैर्त्स को देश का अगला चांसलर चुन लिया जाएगा.

सीडीयू-सीएसयू के नेतृत्व में नई सरकार

इस गठबंधन सरकार में एसपीडी जूनियर पार्टी होगी. सीडीयू-सीएसयू की ओर से फ्रीडरिष मैर्त्स सरकार का नेतृत्व करेंगे. फरवरी में हुए संसदीय चुनाव में सीडीयू-सीएसयू को सबसे ज्यादा 28.5 प्रतिशत वोट मिले थे. हालांकि स्पष्ट बहुमत के अभाव में सीडीयू-सीएसयू को सरकार बनाने के लिए एसपीडी का सहयोग चाहिए.

एसपीडी का जनाधार दूसरे विश्व युद्ध के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया. पार्टी को केवल 16.4 प्रतिशत वोट मिले.

एसपीडी के सदस्यों में कितनी सहमति

कई हफ्तों तक चली बातचीत के बाद अप्रैल की शुरुआत में सीडीयू-सीएसयू और एसपीडी में गठबंधन सरकार की शर्तों पर समझौता हुआ. समझौते के अनुसार नई सरकार में वित्त, न्याय और रक्षा मंत्रालय एसपीडी के पास होंगे. आगे बढ़ने के लिए एसपीडी को इस समझौते पर पार्टी सदस्यों की सहमति चाहिए थी.

जर्मनी में अगली सरकार के लिए गठबंधन समझौता तैयार

एसपीडी सदस्यों की संख्या 3,58,000 से ज्यादा है. पार्टी ने आंतरिक मतदान के ऑनलाइन व्यवस्था रखी और बीते दो हफ्ते के दौरान सदस्यों को अपना मत देना था. नतीजे बताते हैं कि 56 प्रतिशत सदस्यों ने ही वोट डाला. जितने वोट पड़े, उनमें 84.6 फीसदी ने सहमति दी. पार्टी की युवा शाखा ने समझौते का विरोध किया है.

वित्त मंत्री के लिए लार्स क्लिंगबाइल का नाम

समझौते के अनुसार नई सरकार में वित्त, न्याय और रक्षा मंत्रालय एसपीडी के पास होंगे. एसपीडी की ओर से वित्त मंत्री के तौर पर लार्स क्लिंगबाइल का नाम आया है. जर्मन सेना और देश के बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाने के संकल्पों का जिम्मा इसी मंत्रालय के पास होगा.

सीडीयू के साथ गठबंधन के लिए हुई बातचीत में क्लिंगबाइल की अहम भूमिका रही है. वह पहली बार 2005 में बुंडेसटाग में दाखिल हुए थे. 2021 से वह एसपीडी के सह-अध्यक्ष (को चेअर) हैं. उनके बारे में कहा जाता है कि वो संवाद में भरोसा रखते हैं और मतभेदों के बीच "पुल बनाना" जानते हैं.

जर्मनी में अब जलवायु नहीं, आर्थिक असुरक्षा और सामाजिक असमानता हैं बड़ी चिंताएं

श्पीगल मैगजीन ने क्लिंगबाइल का वर्णन कुछ इस तरह किया है, "संकट की घड़ी में धैर्य दिखाने वाले, खुद को अहम दिखाकर औरों को प्रभावित करने की चेष्टा ना करने वाले, डराने या आक्रामक होने का स्वभाव नहीं है... तकरीबन बोरिंग हैं."

श्पीगल के मुताबिक, क्लिंगबाइल ऐसे शख्स हैं जो चीजों को नापते-तौलते हैं, अच्छी तरह विचार करते हैं और जब बाकी सभी को यकीन होता है कि तुरंत फैसला लेने की जरूरत है, तब भी चीजों में थोड़ा समय लेते हैं. आलोचनाओं और मतभेदों के स्वर को भी दूर नहीं करते और जरूरत पड़ने पर राजनीतिक समझौतों को गलत नहीं मानते हैं.

जिस 'डेट ब्रेक' पर ढही जर्मन सरकार, अब उस पर बनी सहमति

क्लिंगबाइल जब युवा थे, तो एक पंक बैंड का हिस्सा थे. उन्होंने अपनी भवें छिदवाई थीं. वो अब भी गिटार बजाते हैं और गिटार से इतना प्रेम है कि अपने दफ्तर में भी कई गिटार रखते हैं. 2014 में पता चला था कि उन्हें मुंह का कैंसर है. क्लिंगबाइल ने बीते दिनों पहली बार इस अनुभव पर बात की. उन्होंने कहा, "मौत के साथ सामना होने के बाद आप जिंदगी को अलग तरह से देखते हैं."

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