टाइटैनिक देखने गए पांच लोगों की मौत
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

टाइटन पनडुब्बी में सवार पांच लोगों की मौत हो गई है. यह पनडुब्बी उत्तरी अटलांटिक महासागर में टाइटैनिक के मलबे को दिखाने निकली थी.अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने गुरुवार को कहा ऐसा लगता है कि पनडुब्बी समुद्र की गहराई में "विनाशकारी विस्फोट" का शिकार हो गई.

चार दिन पहले लापता हुई इस पनडुब्बी को खोजने के लिए कई देश सर्च ऑपरेशन और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे थे. अमेरिकी कोस्ट गार्ड के रियर एडमिरल जॉन मॉगर ने पत्रकारों से कहा कि विश्लेषण से पता चला कि टाइटैनिक के अगले भाग से 1,600 फीट (500 मीटर) दूर समुद्र तल पर पनडुब्बी का मलबा मिला है. मॉगर ने कहा, "टाइटैनिक के अवशेषों के पास मिला मलबा पनडुब्बी में हुए विस्फोट से मेल खाता है."

पांचवें दिन भी नहीं मिली पनडुब्बी

रियर एडमिरल मॉगर ने कहा, "अमेरिकी तटरक्षक बल और पूरे संयुक्त कमान की ओर से मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं."

पनडुब्बी का संचालन करने वाली ओशनगेट कंपनी ने भी हादसे की पुष्टि के बाद एक बयान जारी किया है. बयान में कहा गया, "इस दुखद समय में उसकी संवेदनाएं इन पांच आत्माओं और उनके परिवारों के प्रत्येक सदस्य के साथ हैं."

बयान में आगे कहा गया, "ये लोग सच्चे खोजी थे, जिनमें साहस की एक विशिष्ट भावना और दुनिया के महासागरों की खोज और उसकी सुरक्षा के लिए गहरा जुनून था."

"वे जिंदा मिले तो ये चमत्कार ही होगा"

दुखद अंत

टाइटैनिक के मलबे तक ले जाने वाली ओशनगेट कंपनी की टाइटन नाम की पनडुब्बी, 18 जून 2023 को उत्तरी अटलांटिक की गहराई में उतरी थी. समुद्र की गहराई में उतरने के करीब पौने दो घंटे बाद उसका संपर्क टूट गया था. टाइटन में उसके पायलट समेत पांच लोग सवार थे. इन सभी पर्यटकों ने टाइटैनिक के मलबे को देखने लिए पनडुब्बी की यात्रा के लिए मोटी फीस चुकाई थी.

मरने वाले कौन थे

टाइटैनिक की सैर कराने निकली पनडुब्बी में कुल पांच लोग सवार थे, जिनमें चार पर्यटक थे और एक पायलट था. इस पनडुब्बी में पाकिस्तानी मूल के अरबपति कारोबारी शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, ब्रिटेन के अरबपति कारोबारी हामिश हार्डिंग, फ्रांसीसी सबमरीन ऑपरेटर जिन्हें "मिस्टर टाइटैनिक" के नाम से भी जाना जाता है और इस एडवेंचर ट्रिप का प्रबंधन करने वाली कंपनी के सीईओ स्टॉकटन रश भी शामिल थे.

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने पनडुब्बी त्रासदी में मारे गए पाकिस्तानी मूल के नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की है और खोज अभियान में भाग लेने वाले देशों को धन्यवाद दिया है. पाकिस्तान विदेश कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, "अटलांटिक महासागर में टाइटैनिक के बारे में दुखद खबर पर हम दाऊद परिवार और अन्य यात्रियों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं."

दाऊद फाउंडेशन ने भी ट्विटर पर एक बयान में टाइटन पर लापता पाकिस्तानी यात्रियों शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद की मौत की पुष्टि की है.

ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने भी टाइटन पनडुब्बी में डूबने वाले लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि टाइटन त्रासदी में मारे गए सुलेमान दाऊद स्कॉटलैंड विश्वविद्यालय के छात्र थे. उन्होंने कहा कि अचानक हुई मौत से विश्वविद्यालय के शिक्षक और छात्र भी दुखी हैं.

इस पनडुब्बी यात्रा का टिकट करीब ढाई लाख डॉलर का था और इसमें पायलट समेत पांच लोग सवार हो सकते थे, सबमरीन में 96 घंटे तक ऑक्सीजन उपलब्ध रहती है. पनडुब्बी टाइटैनिक का मलबा दिखाने के लिए पर्यटकों को ले जाती थी. 1912 में एक हिमखंड से टकराने के बाद टाइटैनिक डूब गया था.

एए/ओएसजे (एपी, रॉयटर्स, एएफपी)