वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को 717 अरब डॉलर के रक्षा विधेयक को पारित कर दिया. ट्रंप ने सोमवार को विधेयक पर हस्ताक्षर करने से पहले अपने संबोधन में कहा, "नेशनल डिफेंस आथॉराइजेशन एक्ट (एनडीएए) आधुनिक इतिहास में हमारी सेना और योद्धाओं का सबसे बड़ा हितैषी है और मैं इसका हिस्सा बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं." उन्होंने कहा, "यह बहुत मुश्किल नहीं था। आप जानते हैं, मैं कांग्रेस के पास गया. मैंने कहा कि चलो इसे करते हैं..हमें यह करना है. हम अपनी सेना को अत्यधिक मजबूत करने जा रहे हैं जो पहले कभी नहीं की गई और यही हमने किया."
'द हिल' की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने न्यूयॉर्क के फोर्ट ड्रम के दौरे के दौरान विधेयक पर हस्ताक्षर किए, जहां उनके साथ उपराष्ट्रपति माइक पेंस, उप रक्षामंत्री पैट्रिक शनाहन और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ जोसेफ डनफोर्ड मौजूद थे. इस विधेयक में पेंटागन बजट और ऊर्जा विभाग के रक्षा कार्यक्रमों के लिए लगभग 639 अरब डॉलर आवंटित किए गए हैं. इसके अलावा ओवरसीज कॉटिंजेंसी ऑपरेशन्स (ओसीओ) नामक युद्ध कोष के लिए 69 अरब डॉलर को मंजूरी दी गई.
इसमें सेना, नौसेना और वायु सेना में 15,600 जवानों को शामिल करने की भी बात कही गई है.
इसके साथ इसमें 77 एफ-35 जेट और 13 नए युद्धपोत को भी शामिल किया गया है.
'द हिल' की रिपोर्ट के अनुसार, विधेयक में सैनिकों को 2.6 फीसदी वेतनवृद्धि का भी जिक्र है जो नौ सालों में सबसे अधिक है.
वित्त वर्ष 2019 के लिए इस विधेयक का नाम रिपब्लिकन की ओर से राष्ट्रपति पद के पूर्व दावेदार और ट्रंप के प्रमुख आलोचकों में से एक सीनेटर जॉन मैक्केन के नाम पर रखा गया है.
हालांकि, सोमवार को अपने संबोधन में ट्रंप ने सीनेटर जॉन के नाम का उल्लेख नहीं किया.