डार्कवेब का एक बाजार ध्वस्त, 288 गिरफ्तार
डार्कवेब के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई के बाद यूरोपोल ने 288 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है.
डार्कवेब के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई के बाद यूरोपोल ने 288 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है. डार्क वेब इंटरनेट की वो काली दुनिया है जहां तमाम तरह के गैरकानूनी काम से जुड़ी जानकारियां, संपर्क और पैसे के लेन देन होते हैं.कई महादेशों में हुई इस छापेमारी के बाद यूरोपोल ने डार्कवेब का एक बड़ा बाजार बंद करा दिया है. अंतरराष्ट्रीय पुलिस ने तकरीबन 5 करोड़ यूरो नगद और वर्चुअल करेंसी में बरामद किया है. स्पेक्टोर नाम के इस संयुक्त अभियान में अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील और यूरोपीय कानून का पालन कराने वाली एजेंसियों ने हिस्सा लिया. यूरोपोल का कहना है कि इस दौरान करीब एक टन नशीली दवाएं और 117 हथियार भी पकड़े गये हैं.
डार्कनेट का रूसी किला ध्वस्त
हेग स्थित यूरोपोल के दफ्तर से जारी बयान में कहा गया है, "यूरोपोल और 9 देशों की पुलिस के सहयोग से हुए अभियान में अवैध डार्कवेब बाजार 'मोनोपॉली मार्केट' को ध्वस्त कर दिया गया और 288 संदिग्ध पकड़े गये, जो डार्कवेब पर ड्रग्स खरीद बेच रहे थे." यूरोपोल का कहना है कि गिरफ्तार संदिग्धों में कइयों की तलाश की जा रही थी.
जर्मन छापा बना आधार
यह छापा2021 में जर्मन पुलिस की एक सफल छापेमारी के बाद का अगला चरण था. तब मोनोपॉली मार्केट के आपराधिक ढांचे को ध्वस्त किया गया था. यूरोपोल का कहना है, "जर्मन अधिकारियों से मिले सबूतों से यूरोपोल खुफिया जानकारी जुटा रही थी. जमा हुए आंकड़ों को दूसरे आंकड़ों से मिलाने और विश्लेषण के बाद लक्ष्यों को तय किया गया था. इस दौरान जो सबूत मिले थे, वो सैकड़ों राष्ट्रीय जांचों का आधार बने."
यूरोपोल के मुताबिक इसके नतीजे में अवैध चीजों की दसियों हजार बिक्रियों में शामिल 288 लोगों को पकड़ा गया है. इनमें सबसे ज्यादा 153 गिरफ्तारियां अमेरिका से हुईं. ब्रिटेन से 55, जर्मनी से 52 और नीदरलैंड्स से 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने बड़ी मात्रा में धन के साथ ही 850 किलो ड्रग्स भी पकड़ा, जिसमें ज्यादातर एम्फेटामाइंस है. पुलिस ने 43 किलो कोकेन, 43 किलो एमएमडीए और 10 किलो से ज्यादा एलएसडी और दूसरी गोलियां भी पकड़ी हैं.
20 लाख चोरी की आइडेंटिटी
यूरोपोल की निदेशक कैथरीन डी बोले का कहना है, "तीन महादेशों की पुलिस के हमारे गठजोड़ ने यह साबित किया है कि हम सब साथ मिल कर बढ़िया काम कर सकते हैं. इस अभियान ने डार्क वेब पर काम करने वाले अपराधियों को कड़ा संदेश दिया हैः अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन कराने वालों के पास वो तरीके और क्षमता है कि वो तुम्हें तुम्हारी अवैध गतिविधियों के लिए पहचान कर जिम्मेदार ठहराएंगे."
पिछले महीने दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन बाजारों पर चुराई गई आइडेंटिटी और पासवर्ड की बिक्री हो रही थी. इसके बाद ही ऑपरेशन स्पेक्टोर को अंजाम दिया गया. अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई और डच पुलिस के ऑपरेशन 'कुकी मॉनस्टर' के तहत 119 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो दुनिया के 17 देशों में सक्रिय थे. कुकी मॉन्स्टर में जेनेसिस मार्केट प्लेस को निशाना बनाया गया. वहां साइबर अपराधी चोरी की 20 लाख आईडेंटिटी और पासवर्ड खरीद सकते थे. अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के मुताबिक इस वेबसाइट का बेस रूस में था. इसके बाद जेनेसिस मार्केट पर ट्रेजरी विभाग ने प्रतिबंध लगा दिया.
एनआर/एसएम (एएफपी)