Coronal Holes: सूरज से निकला भयानक सौर तूफान शुक्रवार को पृथ्वी से टकराएगा, क्या धरती पर मचेगी तबाही?

बिजनेस इनसाइडर ने बताया कि यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में अंतरिक्ष और जलवायु भौतिकी के एसोसिएट प्रोफेसर डैनियल वशर्ेेरेन ने कहा कि भू-चुंबकीय तूफान लगभग 1.8 मिलियन मील प्रति घंटे की गति से पृथ्वी तक पहुंच सकता है.

Earth Hit By Solar Storm (Credit: Twitter)

लंदन, 30 मार्च: एक विशाल 'छेद', जो पृथ्वी से 20 गुना बड़ा है, सूर्य की सतह पर दिखाई दिया है और शुक्रवार तक पृथ्वी पर एक सौर तूफान ला सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है. बिजनेस इनसाइडर ने बताया कि यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में अंतरिक्ष और जलवायु भौतिकी के एसोसिएट प्रोफेसर डैनियल वशर्ेेरेन ने कहा कि भू-चुंबकीय तूफान लगभग 1.8 मिलियन मील प्रति घंटे की गति से पृथ्वी तक पहुंच सकता है. यह भी पढ़ें: सूर्य से 30 अरब गुना बड़े ब्लैक होल की हुई खोज

यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के अनुसार, एक शक्तिशाली भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में गंभीर गड़बड़ी का कारण बनता है, कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) से सौर मटेरियल को उगलता है, जो सूर्य के ऊपरी वायुमंडल या कोरोना से आवेशित प्लाज्मा के बड़े निष्कासन और आश्चर्यजनक ओरोरा भी प्रकट करते हैं जब वे पृथ्वी पर पहुँचते हैं.

वर्शेरेन को यह कहते हुए सुना गया, "इस कोरोनल होल का आकार विशेष रूप से विशेष नहीं है. हालांकि, इसका स्थान इसे बहुत दिलचस्प बनाता है." उन्होंने कहा, "मुझे इस सप्ताह के शनिवार की सुबह शुक्रवार की रात के आसपास उस कोरोनल होल से कुछ तेज हवा आने की उम्मीद है."

यह नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी के बाद आता है, इस सप्ताह के शुरू में, सूर्य के एक विशाल, काले क्षेत्र को देखा गया- जिसे कोरोनल होल कहा जाता है. रीडिंग विश्वविद्यालय में अंतरिक्ष भौतिकी के एक प्रोफेसर मैथ्यू ओवेन्स के अनुसार, इस तरह के होल दिखाई देने की अधिक संभावना है, क्योंकि सूर्य गतिविधि के चरम पर पहुंच रहा है, जो लगभग हर 11 साल में होता है.

Share Now

\