दलाई लामा की फोटो रखने पर दो तिब्बती साधुओं को चीनी अधिकारियों ने भेजा जेल
Dalai Lama

चीनी अधिकारियों ने तिब्बत के प्रमुख बौद्ध आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की तस्वीरें रखने पर दो तिब्बती साधुओं को कम से कम तीन साल जेल की सजा सुनाई है। मीडिया रिपोटरें में ये कहा गया है। दलाई लामा 1959 से भारत में रह रहे हैं, आरएफए ने बताया कि 30 साल के एक साधु तेनजि़न धारग्ये को सितंबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था, और सूत्रों ने कहा कि उनके साथ कई अन्य साधुओं को भी गिरफ्तार किया गया. यह भी पढ़ें: द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना अगले हफ्ते तीन दिवसीय यात्रा पर आयेंगी भारत

आरएफए को पता चला है कि रिग्त्से उनमें से एक थे, उनकी उम्र के बारे में पता नहीं। तेनजि़न धारग्ये को तीन साल और छह महीने की सजा सुनाई गई, जबकि रिग्त्से को तीन साल की सजा सुनाई गई, दोनों साधु तिब्बती स्वायत्त प्रान्त के सेरशुल काउंटी के एक मठ में रहने वाले 250 लोगों में से थे. आरएफए ने बताया कि उनके सेल फोन पर दलाई लामा की तस्वीरें थीं और वे पिछले दो वर्षों से हिरासत में हैं.

सूत्र ने कहा, इस साल मई में उन दोनों को दलाई लामा की तस्वीरें लेकर 'अलगाववाद' करने का दोषी ठहराया गया. सूत्र ने कहा, वे दोनों सेरशुल काउंटी में पीपुल्स कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए गए थे और कोई नहीं जानता कि मुकदमा कितना निष्पक्ष था क्योंकि उनके परिवारों और रिश्तेदारों को उनसे मिलने की अनुमति नहीं थी.

तिब्बती लोगों को चीनी अधिकारियों द्वारा धमकी दी जाती है, इसलिए वे उनके बारे में कोई जानकारी साझा नहीं करते हैं, इसलिए हम उनके स्वास्थ्य के बारे में नहीं जानते हैं या उन्हें किस जेल में बंद किया गया है. 2011 से, चीनी सरकार आक्रामक रूप से हर घर का निरीक्षण कर रही है और तिब्बतियों को धमका रही है, उन्हें बता रही है कि दलाई लामा की तस्वीरें रखना हथियार रखने के समान ही घोर अपराध है.