चीन का नया और खतरनाक हथियार! जंग की तस्वीर बदल देगा 'मच्छर ड्रोन', जासूसी करने में है माहिर

चीन ने मच्छर के आकार का एक जासूसी ड्रोन विकसित किया है जो इतना छोटा है कि इसे पकड़ना लगभग नामुमकिन है. फिलहाल इसका मकसद जासूसी और निगरानी है, लेकिन भविष्य में इसे हथियार के तौर पर इस्तेमाल किए जाने का भी खतरा है. यह तकनीक भारत जैसे देशों के लिए एक बड़ी सुरक्षा चुनौती पेश करती है क्योंकि इसे मौजूदा रडार सिस्टम से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता.

सोचिए, आप किसी पार्क में आराम से बैठे हैं और एक मच्छर आपके कान के पास आकर भिनभिनाने लगता है. आप हाथ से उसे उड़ा देते हैं. पर क्या हो अगर वो कोई असली मच्छर न हो, बल्कि एक जासूसी कैमरा हो. जी हाँ, ये कोई साइंस-फिक्शन फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है. और इस तकनीक को बनाया है हमारे पड़ोसी देश चीन ने.

चीन का "मच्छर वाला जासूस"

ये असली मच्छर नहीं, बल्कि मच्छर जितने छोटे रोबोट यानी ड्रोन हैं. चीन की एक टॉप की मिलिट्री टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी ने इन्हें तैयार किया है. ये इतने छोटे हैं कि इन्हें पहचानना लगभग नामुमकिन है.

हॉलीवुड फिल्म की कहानी हुई सच

अगर आपने हॉलीवुड फिल्म 'G.I. Joe: Retaliation' देखी है, तो आपको 'फायरफ्लाई' नाम का विलेन याद होगा. उसके पास मक्खी के साइज के छोटे-छोटे रोबोट वाले बम होते थे. वो इन रोबोट्स को कहीं भी भेजकर जासूसी करता था और फिर एक बटन दबाकर उन्हें बम की तरह फोड़ देता था. चीन के ये मच्छर ड्रोन अभी भले ही सिर्फ जासूसी के लिए हों, पर कौन जाने कब चीन इनमें विस्फोटक या कोई खतरनाक चीज फिट कर दे.

भारत के लिए क्या हैं इसके मायने.

चीन की विस्तारवादी सोच से हम सब वाकिफ हैं. ऐसे में ये मच्छर ड्रोन भारत के लिए एक बहुत बड़ी सुरक्षा चुनौती बन सकते हैं.

वैसे, नॉर्वे जैसे देशों ने भी हथेली जितने छोटे 'ब्लैक हॉर्नेट' नाम के ड्रोन बनाए हैं, जिन्हें अमेरिकी सेना भी इस्तेमाल करती है. लेकिन चीन का यह मच्छर ड्रोन उससे भी कई गुना छोटा और ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है.

तो अगली बार कोई मच्छर आपके आसपास मंडराए, तो उसे हल्के में मत लीजिएगा. क्या पता, वो सिर्फ आपका खून पीने नहीं, बल्कि आपकी खबर लेने आया हो.

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