Central Congo Boat Tragedy: सेंट्रल कांगो में बड़ा हादसा, नाव पलटने से 25 लोगों की मौत, दर्जनों लापता; सर्च ऑपरेशन जारी
सेंट्रल कॉन्गो में एक बड़ा नाव हादसा हुआ है, जिसमें 25 लोगों की जान चली गई और 75 लोग लापता हैं। यह हादसा तब हुआ जब लगभग 100 यात्रियों से भरी एक नाव समुद्र में पलट गई.हादसे के बाद से सर्च ऑपरेशन जारी है और लापता लोगों को तलाशने की कोशिश की जा रही है.
Central Congo Boat Tragedy: सेंट्रल कांगो में एक बड़ा नाव हादसा हुआ है, जिसमें 25 लोगों की जान चली गई और 75 लोग लापता हैं. यह हादसा तब हुआ जब लगभग 100 यात्रियों से भरी एक नाव समुद्र में पलट गई.हादसे के बाद से सर्च ऑपरेशन जारी है और लापता लोगों को तलाशने की कोशिश की जा रही है.
नाव में करीब 100 लोग थे सवार
खबरों के अनुसार, नाव पर सवार लोग किंशासा की राजधानी के उत्तर-पूर्व में स्थित इनोंगो शहर से रवाना हुए थे. जब नाव समुद्र में यात्रा कर रही थी, तभी अचानक समुद्र की लहरों की वजह से नाव पलट गई. इस हादसे में 25 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 75 लोग अब भी लापता हैं. यह भी पढ़े: Vadodara Boat Tragedy: वड़ोदरा नाव हादसे में छात्रों और शिक्षकों का मौत का मामला, 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
सर्च ऑपरेशन जारी
घटना के बाद से स्थानीय अधिकारियों और बचाव दल द्वारा लापता यात्रियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घटना स्थल पर राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं। हालांकि, अभी तक लापता लोगों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है. फिलहाल स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों की टीम ने राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई है.
नाव ओवरलोड होने की वजह से हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार हादसा फिमी नदी में हुआ हैं. जहां पर यह नव ओवर लोड होने की वजह से पलट गई. हादसे में मरने वाले लोगों की तादाद बढ़ सकती है. अधिकारियों के मुताबिक नाम में ओवर लोड था. नाम में लोगों के अलावा सामान भी लदा था. उनके मुताबिक हादसे की जगह से अभी तक 25 लोगों की लाशों को बरामद किया गया है. हालांकि उन्होंने कहा मरने वालों की पूरी तादाद बता पाना मुश्किल है क्योंकि नाम में बहुत लोग सवार थे.
इससे पहले भी हो चुके हैं हादसे
इससे पहले अक्टूबर महीने में भी देश के पूर्वी हिस्से में एक ओवरलोडेड नाव पटलने से करीब 78 लोगों के डूबने से मौत हो गई थी. इसके अलावा, जून में भी किंशासा के पास इसी तरह की घटना सामने आई थी, जिसमें करीब 80 लोगों की जान चली गई थी