Bird Flu Virus in Milk: सावधान! अब दूध में भी मिला बर्ड फ्लू का खतरनाक वायरस, अमेरिकी लोगों में दहशत
एक खबर ने दुनिया भर में चिंता बढ़ा दी है. पैकेटबंद गाय के दूध में बर्ड फ्लू वायरस के अंश पाए गए हैं. यह वायरस मुर्गियों के साथ-साथ गायों में भी फैल चुका है. एक इंसान भी इससे संक्रमित हुआ है, लेकिन उसे हल्के लक्षण ही हुए.
अमेरिका से एक खबर ने दुनिया भर में चिंता बढ़ा दी है. वहाँ के स्वास्थ्य अधिकारियों ने पैकेटबंद गाय के दूध में बर्ड फ्लू वायरस के अंश पाए हैं. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि इससे इंसानों को कोई खतरा नहीं है, लेकिन यह खबर फिर भी डरावनी है और हमें सतर्क रहने की चेतावनी देती है.
क्या हुआ है?
अमेरिका में हाईली पैथोजेनिक एवियन इन्फ्लुएंजा (HPAI) नाम का बर्ड फ्लू का एक खतरनाक प्रकार फैल रहा है. यह वायरस मुर्गियों के साथ-साथ गायों में भी फैल चुका है. एक इंसान भी इससे संक्रमित हुआ है, लेकिन उसे हल्के लक्षण ही हुए.
अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने एक बड़े अध्ययन के दौरान पाया कि संक्रमित जानवरों के दूध, प्रसंस्करण प्रणाली और दुकानों में बिक रहे दूध के पैकेट में भी वायरस के अंश मौजूद थे.
क्या है राहत की बात?
पैश्चराइजेशन: अमेरिका में बिकने वाला ज़्यादातर दूध पैश्चराइज्ड होता है, यानी उसे गर्म करके वायरस और बैक्टीरिया को मार दिया जाता है. FDA का कहना है कि पैश्चराइजेशन प्रक्रिया से वायरस निष्क्रिय हो गया होगा, इसलिए दूध पीना सुरक्षित है.
अधिक जांच: वैज्ञानिक दूध के नमूनों की और जाँच कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वायरस पूरी तरह से निष्क्रिय है और कोई खतरा नहीं है.
फिर भी क्यों है डर?
वायरस का बदलता रूप: HPAI वायरस लगातार बदल रहा है और यह चिंता का विषय है कि कहीं यह इंसानों के लिए और खतरनाक न हो जाए.
अन्य जानवरों में संक्रमण: अगर यह वायरस अन्य जानवरों में भी फैलता है, तो इससे महामारी का खतरा बढ़ सकता है.
क्या करें हम?
खबरों पर नज़र रखें और स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह का पालन करें. खाना पकाने और खाने से पहले हाथ धोएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें. कच्चे दूध में हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस हो सकते हैं, इसलिए इसे पीने से बचें. बीमार पक्षियों और जानवरों से दूर रहें.