वाशिंगटन: अमेरिका में भारतीय-अमेरिकियों के संगठनों के एक समूह ने असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) से बाहर रखे गये बांग्लादेश के हिन्दू प्रवासियों को भारतीय नागरिकता देने की मांग को लेकर एक अभियान शुरू किया है. सिंहवाहिनी अमेरिका, ग्लोबल हिन्दू हैरिटेज फाउंडेशन (जीएचएचएफ) और नव बंगा जैसे संगठनों के बैनर तले ये समूह भारत के पड़ोसी राष्ट्र बांग्लादेश से भारत गए अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दिलाने के वास्ते नागरिकता विधेयक 2016 के लिए समर्थन जुटा रहे हैं. उक्त विधेयक नागरिकता अधिनियम 1955 में संशोधन का प्रावधान करता है.
समूह के सदस्यों ने हाल ही में शिकागो में संपन्न विश्व हिन्दू कांग्रेस के दौरान भारतीय नेताओं से मुलाकात की थी.
समूह द्वारा मीडिया के लिए जारी बयान में बताया गया है कि अनुमान के मुताबिक, करीब 14 से 25 लाख हिन्दुओं की भारतीय नागरिकता छीने जाने की स्थिति बन गयी है. इसमें कहा गया है, ‘‘बांग्लादेश में उत्पीड़न का सामना करने के कारण वहां रहने वाले हिन्दू भाई बहनों के पूर्वज भारत आ गये थे। उत्पीड़न के बावजूद उन्होंने अपना धर्म नहीं छोड़ा था.’’