Afghanistan: तालिबानियों की खुली दावों की पोल, जूनियर महिला वॉलीबॉल खिलाड़ी का सिर किया कलम- रिपोर्ट

अफगानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद एक ओर तालिबान कह रहा है कि वह महिलाओं के अधिकार का सम्मान करता है वहीं दूसरी ओर तालिबान आतंकियों द्वारा अफगानिस्तान जूनियर महिला राष्ट्रीय वॉलीबॉल टीम की एक सदस्य की हत्या की बात सामने आई है

तालिबान (Photo Credits: Getty images)

नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्ज़ा करने के बाद तालिबान ने दावा किया था कि वह महिलाओं के अधिकार का सम्मान करेगा. उन्हें पूरी तरह से आजादी दी जाएगी. वहीं दूसरी ओर तालिबान आतंकियों द्वारा अफगानिस्तान जूनियर महिला राष्ट्रीय वॉलीबॉल टीम की एक सदस्य की हत्या की बात सामने आई है. जिसके बाद तालिबानियों की पोल खुलती हुई नजर आ रही हा है. पर्सियन इंडिपेंडेंट वेबसाइट (Persian Independent Website) के अनुसार एक कोच ने बताया कि तालिबानी आतंकियों ने टीम की इस सदस्य का गला काटकर उसकी हत्या कर दी है. जिसके बाद राष्ट्रीय वॉलीबॉल टीम की अन्य महिला खिलाड़ी दहशत में हैं.

एक इंटरव्यू में कोच सुराया अफजाली (Suraya Afzali) (बदला हुआ नाम) ने कहा कि महिला खिलाड़ी महजबीन हकीमी (Mahjabin Hakimi) की हत्या तालिबान ने इसी महीने में की है. कोच ने बताया कि इस  हत्या के बारे में लोगों को इसलिए पता नहीं चला क्योंकि तालिबानियों  ने उसके परिवार को इस बारे में बात नहीं करने की धमकी दी थी. यह भी पढ़े: अफगानिस्तान: तालिबानियों ने पूर्व उपराष्ट्रपति अमरूल्लाह सालेह के भाई को तड़पा-तड़पाकर मार डाला, हत्या से पहले आतंकियों ने किया था बुरी तरह टॉर्चर

सुराया अफजाली के अनुसार महजबीन अशरफ गनी सरकार (Ashraf Ghani Govt) के पतन से पहले काबुल नगर पालिका वॉलीबॉल क्लब के लिए खेलती थी. वह टीम के स्टार खिलाड़ियों में शामिल थी. जिसके ऊपर पूरे टीम को गर्व था. कोच के अनुसार फिर कुछ दिनों पहले उसके कटे हुए सिर और खून से लथपथ गर्दन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई.

वहीं कोच सुराया ने दावा किया है कि जो महिलाएं देश नहीं छोड़ सकी हैं. तालिबानियों की तरफ से अभी भी तलाश जारी हैं. बताना चाहेंगे कि अफगान राष्ट्रीय महिला वॉलीबॉल टीम की स्थापना 1978 में हुई थी और यह लंबे समय से देश में युवा लड़कियां इस टीम में खेल रही हैं.

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